
Mumbai News. पवई स्थित आर ए स्टूडियो में 17 बच्चों को बंधक बनाने वाले आरोपी **रोहित आर्य** की मौत हो गई है। पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान उसे गोली लगी, जिसके बाद अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुंबई पुलिस अब पूरी घटना की जांच कर रही है और ऑपरेशन की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है।
बाथरूम से दाखिल हुई पुलिस, दो घंटे में खत्म हुआ ऑपरेशन
गुरुवार सुबह आर ए स्टूडियो में ऑडिशन के बहाने करीब 100 बच्चे पहुंचे थे। स्टूडियो में काम करने वाला और खुद को यूट्यूबर बताने वाला रोहित आर्य पिछले चार दिनों से ऑडिशन आयोजित कर रहा था। लेकिन इस दिन उसने 80 बच्चों को भेज दिया और बाकी 19 लोगों (17 बच्चे, एक बुजुर्ग और एक आम व्यक्ति) को अंदर बंद कर लिया।
जब बच्चों ने खिड़कियों से बाहर झांककर मदद की गुहार लगाई तो आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस, ATS और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और इलाके को घेर लिया।
कैसे घुसी पुलिस अंदर?
मुख्य दरवाजे से घुसना जोखिमभरा था, इसलिए पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से पहली मंजिल तक सीढ़ी लगाई और बाथरूम के रास्ते कमरे में प्रवेश किया। इस दौरान रोहित ने अपनी एयरगन से पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। दो घंटे चले इस साइलेंट ऑपरेशन में सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, जबकि आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गया।
अस्पताल में तोड़ा दम
पुलिस ने रोहित को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से पुलिस को एयरगन, कुछ केमिकल पदार्थ और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं, जिनकी जांच फॉरेंसिक टीम कर रही है।
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अधिकारियों का कहना है कि यह पता लगाया जा रहा है कि उसने यह कदम अकेले उठाया या किसी संगठन के इशारे पर।
बच्चों की काउंसलिंग जारी
मुंबई पुलिस के अनुसार, सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें मेडिकल चेकअप के बाद काउंसलिंग के लिए भेजा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह एक मेंटली डिस्टर्ब्ड लेकिन कंट्रोल्ड ऑपरेशन था, जिसमें समय पर की गई कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया।



