
Weather. बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवात ‘मोंथा’ और अरब सागर के अवदाब ने उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है। अक्टूबर के महीने में ही उत्तर प्रदेश में ठंड का असर दिखने लगा है। राजधानी लखनऊ में मंगलवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है। शहर में अलाव जलाने और गर्म कपड़े पहनने की शुरुआत हो गई है।
दिनभर 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाओं और बादलों की आवाजाही ने लोगों को दिसंबर जैसी ठंड का अहसास कराया। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में नमी अधिक है, जिससे बादल छाए रहने और हल्की ठंड का सिलसिला जारी है।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात ‘मोंथा’ और अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण उत्तर प्रदेश में नमी बढ़ गई है। इसी वजह से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
अगले 24 घंटों में तापमान में और कमी आने की संभावना है। हालांकि, 48 घंटे बाद पारा 4 से 6 डिग्री तक बढ़ सकता है। वहीं, ‘मोंथा’ के कमजोर होने के बाद 29 से 31 अक्टूबर के बीच पूर्वी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश में झोंकेदार हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है।
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30 अक्टूबर को वाराणसी और मिर्जापुर मंडल के कुछ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और सावधानी बरतें। इस बीच, ठंड के शुरुआती दौर में ही लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। दुकानों पर ऊनी वस्त्रों की मांग बढ़ गई है, जबकि सुबह-शाम चाय और सूप की बिक्री में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है।



