
Mandalay News-भारत सरकार ने 2025–26 के लिए म्यांमार के मांडले क्षेत्र में तीन क्विक इम्पैक्ट प्रोजेक्ट (क्यूआईपी) सफलतापूर्वक पूरे कर संबंधित संस्थाओं को सौंप दिए हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से भारत ने म्यांमार के साथ अपनी विकास साझेदारी को और सुदृढ़ किया है।
बुनाई और व्यावसायिक क्षेत्र विकास परियोजना के हस्तांतरण समारोह में भारत के राजदूत अभय ठाकुर, मांडले क्षेत्र के मुख्यमंत्री यू म्यो आंग तथा सहकारिता और ग्रामीण विकास के उप मंत्री यू थाइक सो उपस्थित रहे।
भारतीय दूतावास के अनुसार, इस परियोजना के अंतर्गत मांडले क्षेत्र के अमरापुरा स्थित सॉन्डर बुनाई और व्यावसायिक संस्थान में भारत निर्मित आधुनिक हाई-टेक बुनाई मशीन—फ्लेक्सिबल रैपियर लूम—स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य आधुनिक तकनीक के माध्यम से बुनाई में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना और म्यांमार की 10 पारंपरिक कलाओं का संरक्षण करना है।
दूसरे क्यूआईपी के तहत मांडले क्षेत्र में एक गर्ल्स ट्रेनिंग स्कूल के लिए एक मंज़िला भवन का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर राजदूत अभय ठाकुर, मुख्यमंत्री यू म्यो आंग तथा सामाजिक कल्याण उप मंत्री उपस्थित रहे।
तीसरी परियोजना टार-मुक्त एवं शुष्क-प्रकार की गैसीकरण प्रक्रियाओं पर अनुसंधान से संबंधित है, जिसमें कृषि अपशिष्ट से प्राप्त धीमी पायरोलिसिस उत्पादों का उपयोग किया जाएगा। इस परियोजना का उद्घाटन राजदूत ठाकुर और म्यांमार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग के निदेशक डॉ. हटे थ्विन ने किया।
तीनों परियोजनाएँ मेकांग–गंगा सहयोग ढांचे के अंतर्गत भारत की क्विक इम्पैक्ट परियोजनाओं का हिस्सा हैं, जो म्यांमार के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
Mandalay News-Read Also-Yogi Akhilesh Clash : ‘देश में दो नमूने…’ योगी का अखिलेश पर तंज, सपा प्रमुख बोले– ये तो आत्म-स्वीकृति है
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी



