Maharashtra Politics : स्टिंग ऑपरेशन विवाद पर आमने-सामने भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना

Maharashtra Politics :  सिंधुदुर्ग स्टिंग ऑपरेशन विवाद पर भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना आमने-सामने। नगर परिषद चुनाव से पहले महायुति में मतभेद गहराए, जांच जारी।

Maharashtra Politics :  महाराष्ट्र की सत्ताधारी महायुति सरकार के भीतर एक बार फिर मतभेद उभर आए हैं। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भाजपा के बीच ताजा विवाद सिंधुदुर्ग में कथित स्टिंग ऑपरेशन को लेकर गहरा गया है। भाजपा कोटे से राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने शिवसेना विधायक नीलेश राणे द्वारा भाजपा कार्यकर्ता के घर में प्रवेश कर स्टिंग ऑपरेशन करने के तरीके पर आपत्ति जताई है। हालाँकि बावनकुले ने यह भी कहा कि यदि भाजपा कार्यकर्ता के घर से मिली कथित नकदी में कोई अनियमितता पाई जाती है, तो वे सख्त कानूनी कार्रवाई के पक्ष में हैं।

बावनकुले ने सवाल उठाया कि किसी के घर, यहां तक कि शयनकक्ष में सीधे प्रवेश कर वीडियो बनाना क्या उचित है। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार स्टिंग ऑपरेशन की परिभाषा से परे दिखाई देता है। दूसरी ओर, भाजपा नेता और विधायक नितेश राणे ने अपने बड़े भाई नीलेश राणे के आरोपों को खारिज कर दिया। नितेश ने कहा कि कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं के पास वैध व्यवसाय होते हैं और उनके घर में नकदी पाई जाना असामान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि सिर्फ नकदी मिलने के आधार पर भाजपा को कटघरे में खड़ा करना उचित नहीं है।

शिवसेना विधायक नीलेश राणे ने बुधवार को दावा किया था कि मालवण में भाजपा के एक कार्यकर्ता के घर से मतदाताओं को बांटने के लिए रखे नकदी से भरे बैग मिले हैं। उन्होंने इसे अपना स्टिंग ऑपरेशन बताया और कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने दो दिन पहले इसी इलाके का दौरा किया था।

भाजपा ने आरोपों को तुरंत खारिज कर दिया

भाजपा ने इन आरोपों को तुरंत खारिज कर दिया, जिसके बाद महायुति के दोनों दलों के बीच तनाव और बढ़ गया। ग़ौरतलब है कि नीलेश राणे के पिता नारायण राणे और भाई नितेश राणे भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।

मंत्री बावनकुले ने कहा कि बरामद नकदी का संबंध किससे है, इसकी जांच करना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पता लगाना आवश्यक है कि पैसा व्यावसायिक लेन-देन से जुड़ा था या किसी और उद्देश्य के लिए रखा गया था।

नितेश राणे ने जोड़ा कि चुनावी क्षेत्र में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण का दौरा सामान्य प्रक्रिया है और इसे किसी साजिश से जोड़ना गलत है।

नीलेश राणे के आरोपों को ‘झूठा’ बताया था

राज्य मंत्री आशीष शेलार ने भी नीलेश राणे के आरोपों को ‘झूठा’ बताया था। विवाद के बाद चुनाव अधिकारी और पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता के घर पहुंचकर मामले की जांच की। कार्यकर्ता ने दावा किया कि बरामद नकदी उसके वैध व्यवसाय की थी और चुनाव से उसका कोई संबंध नहीं है।

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महाराष्ट्र में नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव दो दिसंबर को होने हैं, और उससे पहले सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर बढ़ते मतभेद नई राजनीतिक हलचल पैदा कर रहे हैं।

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