
Lalu Yadav Family Controversy : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के भीतर चल रहे पारिवारिक विवाद पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए इसे “अंदरूनी मामला” बताया और कार्यकर्ताओं से परिवारिक मतभेदों पर नहीं, बल्कि पार्टी की मजबूती पर ध्यान देने की अपील की।
सोमवार को पार्टी विधायकों की बैठक में लालू प्रसाद ने कहा, “यह परिवार का आंतरिक मामला है, जिसे परिवार के भीतर ही सुलझा लिया जाएगा। आप लोग पार्टी की एकजुटता और प्रदर्शन पर ध्यान दें।” बैठक में विधायकों ने सर्वसम्मति से तेजस्वी यादव को दोबारा राजद विधायक दल का नेता चुना।
रोहिणी की नाराज़गी से शुरू हुआ विवाद
लालू की यह टिप्पणी उस समय आई है जब उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर परिवार से “अलगाव” का ऐलान करते हुए राजनीतिक संन्यास की घोषणा कर दी थी।
उन्होंने पार्टी के सांसद संजय यादव और तेजस्वी यादव के नजदीकी रमीज़ पर “दखलंदाज़ी” का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें “गाली दी गई और चप्पल उठाकर मारने की कोशिश की गई।”
राजद को बिहार विधानसभा चुनाव में सिर्फ 25 सीटें मिलने के बाद नाराज़गी और बढ़ गई थी – जो पिछले एक दशक का सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
तीन अन्य बहनों का भी घर छोड़ना
रोहिणी के बाद उनकी तीन बहनें – चंदा, रागिनी और हेमा भी रविवार को लालू के घर से चली गईं। परिवारिक स्रोतों के अनुसार, वे “बाहरी लोगों के हस्तक्षेप और पक्षपात” से नाराज़ थीं।
मीसा भारती का बयान
राजद सांसद मीसा भारती ने भी बैठक में पिता के संदेश को दोहराते हुए कहा कि “परिवारिक बातें बातचीत से सुलझ जाती हैं। ध्यान बिहार के मुद्दों पर होना चाहिए, न कि अंदरूनी विवाद पर।”
उन्होंने कहा कि पार्टी अभी संगठन को और मजबूत करने पर फोकस कर रही है।
विवाद की शुरुआत कहाँ से हुई?
जानकारी के अनुसार, चुनाव से पहले बिहार अधिकार यात्रा के दौरान रोहिणी ने संजय यादव के सामने बैठने पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद परिवार में तनाव बढ़ने लगा। संजय यादव और रमीज़ नेमत खान पर “पार्टी और परिवार में अनावश्यक हस्तक्षेप” के आरोप पहले भी लगते रहे हैं।
तेज प्रताप और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
राजद से निष्कासित बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी संकेत दिया कि परिवार में फूट चुनाव हार का बड़ा कारण रही। लालू के साले साधु यादव ने भी तेजस्वी पर “अहंकार” दिखाने का आरोप लगाया और रोहिणी के साथ हुए व्यवहार को “अन्यायपूर्ण” बताया। बीजेपी नेताओं ने इस घटना को मुद्दा बनाते हुए लालू परिवार पर तंज भी कसे हैं।
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