
Lalu Yadav Family Contsoversy : लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजद से नाता तोड़ने और तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाने के बाद अब अपने ससुराल वालों के साथ रहने के लिए मुंबई का रुख कर लिया है। उनका कहना है कि उनकी सोशल मीडिया पोस्ट में जो भी बातें लिखी गईं, वे पूरी तरह सच हैं और उनमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है।
मुंबई रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता और मेरी बहनें मेरे साथ मजबूती से खड़ी हैं। मैंने सिर्फ अपने भाई को त्यागा है, परिवार को नहीं।
तेजस्वी के सहयोगियों पर गंभीर आरोप दोहराए
पत्रकारों से बातचीत में रोहिणी ने कहा कि उनके साथ जो दुर्व्यवहार हुआ, वह सब उन्होंने पहले ही सोशल मीडिया पर लिख दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा, वह सच कहा। आप तेजस्वी, संजय यादव, राहेल और रमीज़ से जाकर पूछ सकते हैं।
गौरतलब है कि रोहिणी ने अपनी पोस्ट में आरोप लगाया था कि तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगियों संजय यादव और रमीज के बीच विवाद के दौरान उन्हें “गंदी गालियाँ” दी गईं और किसी ने चप्पल से मारने की भी कोशिश की।
ससुराल वालों की चिंता, इसलिए मुंबई जा रहीं रोहिणी
रोहिणी ने बताया कि उनकी स्थिति को लेकर मुंबई में रहने वाली उनकी सास बेहद चिंतित हैं और उन्हें तुरंत बुलाया गया है। रोहिणी की शादी सिंगापुर में रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से हुई है।
उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता और बहनें कल मेरे लिए रो रहे थे। मेरी सास ने मुझे तुरंत आने को कहा है। इसलिए मैं मुंबई जा रही हूँ।
राजद की हार के बाद रोहिणी का इस्तीफा
बिहार विधानसभा चुनावों में राजद की बड़ी हार के ठीक अगले दिन रोहिणी ने पार्टी छोड़ दी और राजनीति से दूरी बना ली। इस चुनाव में राजद की सीटें 75 से घटकर लगभग 25 पर आ गई थीं।
तेज प्रताप यादव भड़के, लालू से ‘एक इशारा’ देने की अपील
रोहिणी के आरोपों ने परिवार के भीतर पहले से चल रहे तनाव को और बढ़ा दिया है। उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव, जिन्हें इस साल की शुरुआत में पार्टी और परिवार दोनों से बाहर कर दिया गया था, ने सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
यह भी पढ़ें – Delhi Blast Case : लखनऊ से दो संदिग्ध हिरासत में, ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ की फंडिंग और नेटवर्क पर बड़ा खुलासा
उन्होंने लिखा कि मैंने अपने ऊपर कई हमले सहे, पर अपनी बहन का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं कर सकता। पिताजी, बस एक इशारा दीजिए, बिहार की जनता इन जयचंदों को मिट्टी में मिला देगी।
तेज प्रताप ने कहा कि अब लड़ाई सिर्फ राजनीति की नहीं, बल्कि “एक बेटी की गरिमा और बिहार के स्वाभिमान की है।



