
बेंगलुरु/कलबुर्गी। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट किया है कि नेतृत्व को लेकर किसी तरह का भ्रम कांग्रेस हाई कमान में नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने इस मुद्दे पर कोई असमंजस नहीं पैदा किया है।
कलबुर्गी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए खड़गे ने कहा कि हाई कमान ने कोई भ्रम नहीं बनाया है। भ्रम स्थानीय स्तर पर है। फिर हाई कमान पर आरोप कैसे लगाए जा सकते हैं? उन्होंने राज्य के नेताओं से आंतरिक मतभेदों की जिम्मेदारी लेने और इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को दोष न देने की अपील की।
कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना किसी का नाम लिए यह भी कहा कि पार्टी की चुनावी जीत किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। उन्होंने नेताओं को व्यक्तिगत श्रेय लेने से बचने की सलाह दी।
खड़गे का यह बयान ऐसे समय आया है जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार – दोनों ने दोहराया है कि कर्नाटक में नेतृत्व को लेकर अंतिम फैसला कांग्रेस हाई कमान ही करेगा।
क्या है कर्नाटक का सत्ता संघर्ष
कर्नाटक में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मई 2023 में सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। तभी से दोनों नेताओं के बीच कथित “ढाई साल के फॉर्मूले” को लेकर चर्चाएं चलती रही हैं, हालांकि इसकी कभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
राज्य सरकार के 20 नवंबर को आधा कार्यकाल पूरा करने के बाद सत्ता परिवर्तन की अटकलें फिर तेज हो गईं। इस बीच डीके शिवकुमार ने कहा है कि हाई कमान उचित समय पर इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाएगा।
यह भी पढ़ें – Bangladesh Violence : भारत ने बांग्लादेश हाई कमीशन की सुरक्षा में सेंध की खबरों को बताया भ्रामक
वहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दोहराया है कि वह अपना पूरा पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और किसी भी “आधे कार्यकाल” के फॉर्मूले से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस हाई कमान के समर्थन पर पूरा भरोसा है।



