
Karnataka News. कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर खींचतान की चर्चाओं के बीच एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के वफादार नेताओं का एक समूह गुरुवार को अचानक दिल्ली पहुंच गया, जिसने कर्नाटक में संभावित सत्ता बदलाव की अटकलों को और हवा दे दी है। यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब शिवकुमार ने खुद संकेत दिया था कि वह जल्द ही कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं और दूसरों को मौका दे सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री एन. चालुवरायस्वामी और विधायक इकबाल हुसैन, एच.सी. बालकृष्ण और एस.आर. श्रीनिवास दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मिलने पहुंचे हैं। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को लगभग 12 और विधायकों के उनके साथ जुड़ने की संभावना है।
यह सब ऐसे समय हो रहा है जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपने कार्यकाल के ढाई साल पूरे कर रहे हैं, और पहले से चल रही ‘रोटेशनल सीएम’ की चर्चाएँ फिर से गर्म हो गई हैं।
शिवकुमार का संकेत – कर्नाटक कांग्रेस चीफ पद छोड़ने को तैयार
शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि वह स्थायी रूप से किसी पद पर नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि मैं स्थायी रूप से इस पद पर नहीं रह सकता। 5.5 साल हो चुके हैं, मार्च में छह साल पूरे होंगे। दूसरों को मौका मिलना चाहिए, लेकिन मैं फ्रंटलाइन में रहूंगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे पद छोड़ने की बात कर रहे हैं, लेकिन नेतृत्व में उनकी भूमिका बनी रहेगी। उन्होंने अपने कार्यकाल में 100 पार्टी कार्यालय बनाने का लक्ष्य भी बताया।
रोटेशनल CM मॉडल की पुरानी चर्चा फिर सक्रिय
2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में थे।
पार्टी ने सिद्धारमैया को सीएम और शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाया, लेकिन तब रिपोर्ट्स में संभावित “ढाई-ढाई साल” के रोटेशनल फॉर्मूले की चर्चा जोर पर थी। कांग्रेस ने कभी इस व्यवस्था की आधिकारिक पुष्टि नहीं की, लेकिन सियासी गलियारों में यह मुद्दा लगातार बना रहा।
अब जबकि सिद्धारमैया ढाई साल पूरे कर चुके हैं, सत्ता परिवर्तन की चर्चा फिर तेज हो गई है।
सिद्धारमैया का जवाब – “मेरी शक्ति सुरक्षित है”
शिवकुमार समर्थकों के दिल्ली दौरे से उठी अटकलों पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन की बातें “बेकार की बहस” हैं।
उन्होंने कहा, “ढाई साल बाद कैबिनेट फेरबदल की बात कही गई थी, लेकिन इसे सीएम बदलने से जोड़ दिया गया। कैबिनेट में 34 पद हैं, जिनमें दो पद खाली हैं। इन्हें जल्द भरा जाएगा। नेतृत्व परिवर्तन की कोई बात नहीं है।” चामराजनगर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि उनकी पोज़िशन “पूरी तरह सुरक्षित” है।



