
Karchana news: गुरुवार को एक समाचार पत्र में करछना थाने के सामने शव रख कर एक घंटे तक चक्का जाम करने की खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। हालांकि, बाद में यह खबर पूरी तरह से निराधार और अफवाह निकली। स्थानीय लोगों और पत्रकारों ने इस खबर की कड़ी निंदा की है।
आत्महत्या की घटना और पुलिस कार्रवाई
यह मामला करछना थाना क्षेत्र के लोहंदी गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य शिव शंकर पांडेय उर्फ दीपक की आत्महत्या से जुड़ा है। दीपक पर गांव की एक महिला ने छेड़खानी का झूठा आरोप लगाया था। इस झूठे आरोप से आहत होकर दीपक ने बुधवार को आपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
परिजनों ने थाने पर की थी बातचीत
गुरुवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद जब शव को गांव ले जाया जा रहा था तब परिजनों ने कुछ देर के लिए शव वाहन को करछना थाने के सामने रोका था। इस दौरान उन्होंने थाना प्रभारी से बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी और सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर बातचीत की। बातचीत के बाद पुलिस सुरक्षा में ही शव को उनके पैतृक निवास लोहंदी ले जाया गया, जहां से उन्हें अंतिम संस्कार के लिए सिरसा के छतवा घाट ले जाया गया।
अफवाह और हकीकत
जब एक समाचार पत्र में ‘शव रखकर चक्का जाम’ की खबर प्रकाशित हुई, तो पुलिस महकमे के साथ-साथ स्थानीय लोग और पत्रकारों में भी हलचल मच गई। करछना क्षेत्र के प्रत्यक्षदर्शी और पत्रकारों ने इस खबर को पूरी तरह से झूठा बताया। स्थानीय लोगों ने कहा कि थाने के बाहर चक्का जाम नहीं किया गया था, बल्कि यह सिर्फ एक अफवाह है।
Karchana news: also read– Pratapgarh: पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण पांडेय ‘गुरुजी’ का निधन, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
मृतक के परिजनों ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी गाड़ी कुछ मिनटों के लिए थाने पर रुकी थी और उसके बाद तुरंत ही शव को लेकर गांव के लिए रवाना हो गई थी। इस घटना से यह साफ हो जाता है कि गुरुवार को करछना थाने के बाहर चक्का जाम की खबर पूरी तरह से मनगढंत और निराधार थी, जिसकी स्थानीय लोगों द्वारा निंदा की जा रही है।
करछना से हिमांशु तिवारी की रिपोर्ट