Kannauj: कन्नौज मेडिकल कॉलेज में कैंसर और हृदय रोग विभाग के पद निर्धारण हेतु समिति गठित

इलाहाबाद हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने दी जानकारी, 1003 पदों की आवश्यकता, 607-607 लाख की स्वीकृति

Kannauj: कन्नौज स्थित डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर मेडिकल कॉलेज में कैंसर और हृदय रोगियों के समुचित इलाज के लिए आवश्यक सुविधाओं और कार्मिकों की व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की है। कोर्ट को बताया गया कि उपचारात्मक सेवाएं जैसे ओपीडी, डे-केयर, बायोप्सी और ऑपरेशन विभागीय डॉक्टरों द्वारा संचालित की जा रही हैं।


हृदय रोग अस्पताल का 92% कार्य पूर्ण, कैथ लैब की स्थापना जारी

राज्य सरकार ने जानकारी दी कि हृदय रोग अस्पताल का 92% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और आधुनिक चिकित्सा सुविधा हेतु कैथ लैब की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों विभागों में चिकित्सकीय सेवाओं को पूरी तरह प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए लगभग 1003 पदों की आवश्यकता है, जिसके लिए पद निर्धारण समिति का गठन कर दिया गया है।


607 लाख कैंसर और 607 लाख हृदय अस्पताल के लिए मंजूर

सरकार ने कोर्ट को बताया कि आईएईए (IAEA) की गाइडलाइंस के अनुसार कैंसर अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है, और संबंधित रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। इस रिपोर्ट पर इसी वित्तीय वर्ष में विचार किया जाएगा। इसके साथ ही 607 लाख रुपये कैंसर अस्पताल एवं 607 लाख रुपये हृदय रोग अस्पताल के लिए स्वीकृत किए गए हैं।


कोर्ट ने कहा – उठाए गए हैं पर्याप्त कदम, याचिका निस्तारित

यह जानकारी मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की खंडपीठ के समक्ष दी गई, जो शौर्य दीप द्वारा दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को पर्याप्त और संतोषजनक माना और यह कहते हुए कि अलग से आदेश जारी करने की आवश्यकता नहीं है, याचिका को निस्तारित कर दिया


पृष्ठभूमि: 2016 में हुआ था मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण

गौरतलब है कि कन्नौज स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 2016 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में की गई थी। लेकिन समुचित इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण रोगियों को बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था, जिससे व्यापक असुविधा हो रही थी।

कन्नौज स्थित डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर मेडिकल कॉलेज में कैंसर और हृदय रोगियों के समुचित इलाज के लिए आवश्यक सुविधाओं और कार्मिकों की व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की है। कोर्ट को बताया गया कि उपचारात्मक सेवाएं जैसे ओपीडी, डे-केयर, बायोप्सी और ऑपरेशन विभागीय डॉक्टरों द्वारा संचालित की जा रही हैं।


हृदय रोग अस्पताल का 92% कार्य पूर्ण, कैथ लैब की स्थापना जारी

राज्य सरकार ने जानकारी दी कि हृदय रोग अस्पताल का 92% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और आधुनिक चिकित्सा सुविधा हेतु कैथ लैब की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों विभागों में चिकित्सकीय सेवाओं को पूरी तरह प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए लगभग 1003 पदों की आवश्यकता है, जिसके लिए पद निर्धारण समिति का गठन कर दिया गया है।


607 लाख कैंसर और 607 लाख हृदय अस्पताल के लिए मंजूर

सरकार ने कोर्ट को बताया कि आईएईए (IAEA) की गाइडलाइंस के अनुसार कैंसर अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है, और संबंधित रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। इस रिपोर्ट पर इसी वित्तीय वर्ष में विचार किया जाएगा। इसके साथ ही 607 लाख रुपये कैंसर अस्पताल एवं 607 लाख रुपये हृदय रोग अस्पताल के लिए स्वीकृत किए गए हैं।


कोर्ट ने कहा – उठाए गए हैं पर्याप्त कदम, याचिका निस्तारित

यह जानकारी मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की खंडपीठ के समक्ष दी गई, जो शौर्य दीप द्वारा दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को पर्याप्त और संतोषजनक माना और यह कहते हुए कि अलग से आदेश जारी करने की आवश्यकता नहीं है, याचिका को निस्तारित कर दिया


पृष्ठभूमि: 2016 में हुआ था मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण

गौरतलब है कि कन्नौज स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 2016 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में की गई थी। लेकिन समुचित इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण रोगियों को बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था, जिससे व्यापक असुविधा हो रही थी।

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