
जयपुर। भारतीय स्वास्थ्य मनोविज्ञान अकादमी द्वारा आयोजित दसवां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन गुरुवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुआ। तीन दिवसीय यह आयोजन 13 दिसंबर तक चलेगा। मुख्य अतिथि राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. अल्पना कटेजा और स्वीडन की हेल्थ एंबेसडर सारी एच. नायबेर्ग ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस चेयरमैन प्रो. आनंद कुमार, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. क्रांति के. श्रीवास्तव, डायरेक्टर व मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. प्रेरणा पुरी, संयोजक डॉ. चंद्रानी सेन और सह-संयोजक डॉ. ज्योति भी मंच पर उपस्थित रहे।
स्वीडन की सारी नायबेर्ग ने बताया कि उनका संगठन एक लाख बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के मिशन पर काम कर रहा है। वहीं प्रो. कटेजा ने कहा कि आज का समय मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के समग्र संतुलन पर ज़ोर देता है, जो सकारात्मक जीवन का आधार है।
500 से अधिक पंजीकरण हुए
कॉन्फ्रेंस डायरेक्टर प्रो. प्रेरणा पुरी ने साझा किया कि सम्मेलन में देश भर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से 500 से अधिक पंजीकरण हुए हैं। इसके अलावा 25 राज्यों और 7 देशों से आए प्रतिनिधि, शोधार्थी और विद्यार्थी भी सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
तीन दिवसीय इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में स्वास्थ्य मनोविज्ञान, मानसिक कल्याण, मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप, शोध पद्धतियों और वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों से जुड़े कई तकनीकी सत्र, विशेषज्ञ व्याख्यान और पोस्टर प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी।
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उद्घाटन सत्र में प्रो. आनंद ने कहा कि भारतीय स्वास्थ्य मनोविज्ञान अकादमी 2015 से 2025 की अपनी दस वर्ष की यात्रा में इस क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे चुकी है। विशेषज्ञों ने जोर दिया कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में स्वास्थ्य मनोविज्ञान की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है, और ऐसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ज्ञान व नवाचार के लिए अहम मंच प्रदान करते हैं।



