
Gujrat ATS : गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने देश को दहलाने वाली एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है। एटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए एक डॉक्टर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली, अहमदाबाद और लखनऊ स्थित आरएसएस कार्यालयों पर हमला करने की योजना बना रहे थे।
यह कार्रवाई 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट से ठीक पहले की गई थी, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में हैदराबाद के डॉक्टर अहमद सैयद भी शामिल हैं, जो हाल ही में चीन से भारत लौटे थे।
SIS खुरासान मॉड्यूल से लिंक मिलने के सबूत
जांच एजेंसियों ने डॉ. सैयद के पास से इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) के प्रमुख अबू खदीजा से जुड़ा डिजिटल प्रोपेगंडा सामग्री बरामद की है। जब्त दस्तावेजों में पहचान छिपाने, भूमिगत तरीके से काम करने और डिजिटल सुरक्षा संबंधी निर्देश शामिल हैं।
एटीएस अधिकारियों के अनुसार, यह मॉड्यूल देश में केमिकल अटैक को अंजाम देने की गहरी साजिश रच रहा था।
केमिकल ‘RICE’ से हमला करने की तैयारी
पकड़े गए संदिग्धों में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर निवासी सुहैल का नाम भी सामने आया है। गुजरात और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान घर से आईएसआईएस का झंडा बरामद किया। पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि मॉड्यूल ‘RICE’ नामक खतरनाक केमिकल के जरिए देशभर में हमला करने की तैयारी कर रहा था।
अहमदाबाद के बाजार भी निशाने पर
एजेंसियों का कहना है कि संदिग्ध बम धमाकों और अहमदाबाद के बाजारों में ज़हरीला केमिकल अटैक जैसे हमलों की प्लानिंग कर रहे थे। तीनों संदिग्धों को साबरमती जेल में रखा गया है, जहाँ उनसे उनके नेटवर्क, विदेशी कनेक्शन और संभावित हमलों को लेकर विस्तृत पूछताछ जारी है।
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