
IPS Controversy: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष अजित पवार एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार, वह एक महिला IPS अधिकारी को धमकाने के आरोप में चर्चा में हैं। दोनों के बीच हुई तीखी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद उनके व्यवहार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
सोलापुर जिले के करमाला में अवैध खनन के आरोप में स्थानीय कुरुवाड़ी थाने में NCP के 10 से 15 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच कर रही डीएसपी अंजलि कृष्णा को फोन कर अजित पवार ने कार्रवाई रोकने का आदेश दिया। जब अधिकारी ने उनसे सीधे फोन पर बात करने से मना किया, तो अजित पवार नाराज हो गए और उन्हें धमकाया।
वायरल हुई बातचीत
ऑडियो में अजित पवार अधिकारी से कहते हैं, “मैं महाराष्ट्र का डीसीएम अजित पवार बोल रहा हूं। तुम पर कार्रवाई करूंगा, इतनी हिम्मत है तुम्हारी? मेरा चेहरा तो पहचानोगी ना!” इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल कर अधिकारी को कार्रवाई रोकने और तहसीलदार से बात करने का निर्देश दिया। यह पूरा घटनाक्रम करीब 3 घंटे तक चला।
फडणवीस के विभाग में दखल?
इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग है, जो पुलिस प्रशासन को नियंत्रित करता है। ऐसे में अजित पवार का एक IPS अधिकारी को धमकाना मुख्यमंत्री के विभाग में दखलंदाजी माना जा रहा है।
NCP कार्यकर्ताओं पर FIR
इस मामले में अजित पवार को फोन करने वाले NCP कार्यकर्ता बाबा जगताप का नाम भी FIR में शामिल है। पुलिस ने कुल 15 NCP कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इससे उनकी मुश्किलें बढ़नी तय हैं।
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विपक्ष का हमला
विपक्ष ने इस मामले को लेकर अजित पवार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि उपमुख्यमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ यह व्यवहार है। इस घटना ने महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता को और बढ़ा दिया है।