
Nicosia News – साइप्रस में भारतीय उच्चायोग की ओर से 3 दिसंबर को एमबीएस वेल-बीइंग फेस्टिवल 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें ‘इनक्रेडिबल इंडिया’ की नायाब झलक देखने को मिली। समारोह में भारत की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) पहल के तहत कई राज्यों के खास उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ ही बड़ी संख्या में भारतीय मूल के नागरिक और स्थानीय कलाप्रेमी शामिल हुए, जो भारत की विख्यात वारली आर्ट और मधुबनी पेंटिंग से काफी प्रभावित दिखे।
‘एक जिला-एक उत्पाद’ पहल के तहत भारतीय राज्यों की शानदार कारीगरी, पारंपरिक ज्ञान और सांस्कृतिक विरासत को दिखाया गया। साइप्रस स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट इनक्रेडिबल इंडिया इनिशिएटिव के हिस्से के तौर पर, भारतीय स्टॉल पर महाराष्ट्र और बिहार के खास प्रोडक्ट्स दिखाए गए, जिनमें वारली आर्ट और मशहूर मधुबनी पेंटिंग शामिल रही, जिन्होंने अपनी कलात्मक गहराई और असलीपन के लिए विजिटर्स का काफी ध्यान खींचा।
उच्चायोग ने कहा इवेंट के दौरान हाई कमिश्नर मनीष और मैडम प्रीति गुप्ता ने भारतीय स्टॉल का दौरा किया, एग्जिबिटर्स और अटेंडीज से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने भारतीय पारंपरिक कला एवं क्राफ्ट्स को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया की तारीफ की।
बता दें कि ओडीओपी भारत की ऐसी महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके माध्यम से विदेशी धरती पर विविधता से भरे भारत के विभिन्न राज्यों की प्राचीनतम एवं दुलर्भ कला को दिखाने का अवसर मिलता है। निकोसिया में भारत का हाई कमीशन अपनी कल्चरल डिप्लोमेसी, ट्रेड फैसिलिटेशन, डायस्पोरा एंगेजमेंट और पब्लिक आउटरीच के हिस्से के तौर पर भारत सरकार की इस फ्लैगशिप पहल को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
साइप्रस में ओडीओपी प्रोडक्ट्स को दिखाकर, मिशन साइप्रस के मार्केट के साथ भारतीय कारीगरी को भी आपस में जोड़ता है तथा सस्टेनेबल टूरिज्म के साथ ही लोगों के बीच भी संबंधों को बढ़ावा देता है। इन कोशिशों को लगातार पहचान मिली है। 2024 में हाई कमीशन को विदेशों में भारतीय प्रोडक्ट्स के शानदार प्रमोशन के लिए नेशनल ओडीओपी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)



