Himanchal Pradesh: निवेशकों का लाखों रुपये हड़प कर फरार हुई कम्पनी, एफआईआर

Himanchal Pradesh: कंपनी में निवेश करने पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर निवेशकों के साथ चार लाख रुपए से अधिक की ठगी की गई। निवेशकों का पैसा हड़प कर कम्पनी के कर्ता धर्ता फरार हो गए। मामला जिला शिमला के रोहड़ू में सामने आया है। रोहड़ू पुलिस ने निवेशकों की शिकायत पर कंपनी के प्रबंधकों के खिलाफ धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े को अंजाम देने समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

रोहड़ू के चिडग़ांव निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने और अन्य 15 लोगों ने 4,27,850 रुपये की राशि पीगो फायनर्स इंडिया निधि लिमिटेड में मासिक जमा योजना के तहत निवेश की थी। यह कार्यालय शक्तिनगर रोहड़ू में स्थित था। लेकिन सितंबर 2024 में कंपनी ने अपना कार्यालय अचानक बंद कर दिया। जिसके बाद निवेशकों को अपनी राशि वापस पाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कंपनी ने उनकी और अन्य निवेशकों की जमा राशि वापस नहीं लौटाई और अब कंपनी के अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं।

4.27 लाख रुपये से अधिक की ठगी का आरोप

अनिल कुमार के अनुसार जब उन्होंने और अन्य निवेशकों ने कंपनी के प्रबंधक (मैनेजर) वीरेन्द्र किशोर और प्रबंध निदेशक (एमडी) गुरप्रीत सिंह से संपर्क किया तो वे लगातार बहानेबाजी करने लगे। शिकायत के अनुसार दोनों आरोपियों ने निवेशकों को गुमराह किया और उनकी जमा पूंजी हड़पने की मंशा से धोखाधड़ी की।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

रोहड़ू पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) व 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी रोहड़ू के अनुसार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और निवेशकों के पैसे वापस दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और कंपनी की वित्तीय स्थिति की जांच भी की जा रही है।

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पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

रोहड़ू में इस तरह की वित्तीय धोखाधड़ी के मामले पहले भी सामने आये हैं जहां छोटी निवेश कंपनियां लोगों को ऊंचे ब्याज का लालच देकर पैसे जमा करवाती हैं और फिर अचानक कार्यालय बंद कर गायब हो जाती हैं। पुलिस के अनुसार निवेशकों को केवल उन्हीं कंपनियों में निवेश करना चाहिए जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त और वित्तीय नियामक संस्थाओं से पंजीकृत हों।

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