Haryana-मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने कहा कि ‘संविधान हत्या दिवस’ हर भारतीय के अंदर लोकतंत्र की रक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की अमर ज्योति को जीवित रखने का काम करेगा, ताकि कांग्रेस जैसी कोई भी तानाशाही मानसिकता भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न कर पाए।
केंद्र सरकार के फैसले के बाद शनिवार को चंडीगढ़ में जारी एक जानकारी में कटारिया ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने संविधान बचाने का पाखंड फैलाकर दलित समाज को गुमराह करने का काम किया था। मगर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की दलित हितों की आवाज को न केवल कांग्रेस ने दबाया बल्कि आपातकाल लगाकर बाबा साहेब की आत्मा पर कुठाराघात किया है।
read also-Uttarakhand-उपचुनाव नतीजों पर बोले महेंद्र भट्ट- पार्टी जनादेश की समीक्षा करेगी
उन्होंने कहा कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने का फैसला आने वाली पीढ़ियों को आपातकाल की यातनाएं और उत्पीड़न के काले अध्याय के बारे में अवगत कराता रहेगा। भारत संविधान और लोकतंत्र की मजबूती के लिए दृढ़ निश्चय रखने वाले लोगों पर अत्याचार करके कांग्रेस ने उन्हें तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग रहे। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को अपनी तानाशाही मानसिकता को दर्शाते हुए देश में आपातकाल लगाकर भारतीय लोकतंत्र की आत्मा का गला घोंटने का काम किया था। लाखों लोगों को अकारण जेल में डाल दिया गया। यह दिन उन सभी लोगों के विराट योगदान का स्मरण कराएगा, जिन्होंने 1975 के आपातकाल के अमानवीय दर्द को झेला था।