
Amethi news: उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि जनपद के गोमती नदी के तटीय क्षेत्र में नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग (एनएमएनएफ) योजना (प्राकृतिक खेती) का संचालन वित्तीय वर्ष 2025-26 से किया जा रहा है, जिसमें किसानों को एक ही स्थान पर स्थानीय किसानों की आवश्यकताओं, स्थानीय भूमि उपयोग पैटर्न, मिट्टी के प्रकार आदि और स्थानीय रूप से प्रचलित फसल प्रणालियों के अनुसार किसानों के उपयोग के लिए प्राकृतिक जैव-इनपुट की तैयारी एवं बिकी हेतु जनपद में एक ’बायो रिसोर्स सेन्टर’ की स्थापना की जायेगी।
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इस क्रम में उन्होंने बताया कि उक्त योजना के तहत बायो-इनपुट रिसोर्स केन्द्र (बी०आर०सी०) की चयन प्रक्रिया हेतु सम्बन्धित बी०आर०सी० उद्यमी/समूह/संस्था को प्राकृतिक कृषि का अभ्यास करने वाला किसान होना चाहिए अथवा उसके सदस्यों को प्राकृतिक कृषि का पूर्व अनुभव होना चाहिए, बी०आर०सी० को अपने फार्मों में एन०एफ० (प्राकृतिक खेती) जैव इनपुट का उपयोग करना चाहिए एवं बी०आर०सी० के पास पशुधन, पौधों पर आधारित फूल इत्यादि जैसे कच्चे माल तक पहुंच होनी चाहिए व बी०आर०सी० को मूत्र और गोबर की आवश्यक मात्रा की भीतर व्यवस्था करनी होगी तथा बी0आर0सी0 में एन0एफ0 जैव-इनुपट तैयार करने और उत्पादों के भंडारण के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि जनपद के समस्त एफ०पी०ओ० को उक्त योजना में आवेदन हेतु आमत्रित करते हुए 27 जून 2025 तक अधिक से अधिक आवेदन उप कृषि निदेशक अमेठी के कार्यालय में उपलब्ध करा सकते है।