
Delhi Blast . लाल किले के पास हुए कार विस्फोट मामले में संदिग्ध डॉक्टर उमर उन नबी के परिवार ने सामने आकर कहा कि उन्हें अब तक विश्वास नहीं हो रहा कि उमर किसी आतंकी गतिविधि में शामिल हो सकता है। परिवार का दावा है कि वह एक अंतर्मुखी और मेहनती युवक था, जिसने हाल ही में सगाई की थी और अपनी पढ़ाई में व्यस्त था।
डॉ. उमर उन नबी, जो फरीदाबाद के अल-फ़लाह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत थे, पर आरोप है कि वे सोमवार शाम लाल किले के पास हुए हुंडई i20 विस्फोट में शामिल थे। इस विस्फोट में कम से कम 13 लोगों की मौत और 20 से अधिक लोग घायल हुए थे।
परिवार का बयान: “वह उस तरह का इंसान नहीं था”
नबी की भाभी मुज़म्मिल ने न्यूज एजेंसी से कहा, “उन्होंने (सुरक्षा बलों ने) मेरे पति, देवर और सास को पूछताछ के लिए उठा लिया। हमने बताया कि उमर दिल्ली में है। आखिरी बार हमने उससे शुक्रवार को बात की थी। वह कह रहा था कि परीक्षाओं में व्यस्त है और तीन दिन में घर आएगा। वह उस तरह का इंसान नहीं था।”
यह भी पढ़ें – All exit polls Predict News- बिहार विधानसभा चुनाव-2025 में एनडीए गठबंधन की वापसी का सभी एग्जिट पोल में अनुमान
उन्होंने बताया कि उमर बचपन से ही संकोची था, उसके बहुत कम दोस्त थे और वह ज़्यादातर समय पढ़ाई या काम में बिताता था। उसकी हाल ही में सगाई हुई थी। हमने उसे पढ़ाने के लिए बहुत संघर्ष किया था ताकि वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि यह सब सच है।
विस्फोट में संभवतः शामिल थी उमर की i20 कार
जांचकर्ताओं के मुताबिक, सोमवार शाम 6:52 बजे सुनहरी मस्जिद के पास हुए विस्फोट के वक्त उमर संभवतः उसी i20 कार में मौजूद था। सीसीटीवी फुटेज में विस्फोट से करीब तीन घंटे पहले वही कार पार्किंग में खड़ी दिखाई दी थी।
आतंकी मॉड्यूल से जुड़ाव की जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम – UAPA के तहत केस दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उमर ने विस्फोटक सामग्री फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से दिल्ली पहुँचाई थी।
यह भी पढ़ें – Delhi Blast : ‘डॉ. उमर’ से लेकर i20 के सीसीटीवी फुटेज तक : लाल किला कार विस्फोट में जांच के 5 अहम खुलासे
अधिकारियों का कहना है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का उपयोग हुआ था, जो हाल ही में फरीदाबाद में बरामद 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री से जुड़ाव का संकेत देता है।
NIA को सौंपी गई जांच
गृह मंत्रालय ने मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, उमर ने अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज के पूर्व सीनियर रेजिडेंट अदील अहमद राठेर के साथ मिलकर इस ऑपरेशन की योजना बनाई थी। राठेर को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था।
यह भी पढ़ें – Assembly Elections News-विधानसभा चुनाव : कटिहार में 77. 83 प्रतिशत मतदाताओं ने किया मतदान
परिवार जहां उमर उन नबी की निर्दोषता की बात कर रहा है, वहीं सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह घटना किसी संगठित आतंकी नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। अब सारी निगाहें NIA की जांच रिपोर्ट पर हैं, जिससे मामले की असली सच्चाई सामने आएगी।



