
Delhi Blast. लाल किला विस्फोट मामले की जांच में नया मोड़ तब आया जब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) का बम निरोधक दस्ता बुधवार शाम फरीदाबाद के खंडावली गांव पहुंचा। यहां एक लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार बरामद की गई, जो मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर उर नबी से जुड़ी बताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इस वाहन का इस्तेमाल विस्फोट की साजिश से जुड़ी गतिविधियों में हुआ हो सकता है।
पुलिस ने बताया कि जन सुरक्षा के मद्देनज़र पूरे क्षेत्र को 200 मीटर के दायरे में घेराबंदी कर लिया गया है। स्थानीय लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली खुफिया जानकारी के बाद एनएसजी की टीम को मौके पर बुलाया गया, ताकि कार में किसी भी विस्फोटक पदार्थ या संदिग्ध सामग्री की मौजूदगी की संभावना को खत्म किया जा सके।
एनएसजी की जांच पूरी होने के बाद, वाहन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हवाले कर दिया जाएगा, जो फोरेंसिक जांच और तकनीकी विश्लेषण करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। जांच पूरी होने के बाद वाहन एनआईए को सौंपा जाएगा।
परिचित के फार्म हाउस पर मिली कार
सूत्रों के मुताबिक, जिस घर के बाहर कार खड़ी मिली, वह डॉ. नबी के एक परिचित का है, जो फरीदाबाद स्थित अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत था। फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि दिल्ली विस्फोट मामले में खंडावली गाँव के पास डॉ. उमर के परिचित के फार्महाउस में लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट (रजिस्ट्रेशन नंबर DL10 CK 0458) खड़ी मिली है। वाहन को ज़ब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए एजेंसी को सौंपा गया है।
डॉ. उमर उर नबी, वही व्यक्ति हैं, जिनके नाम पर पंजीकृत i20 कार (HR26CE7674) लाल किले के पास विस्फोट में शामिल थी। सीसीटीवी फुटेज में यह कार लाल बत्ती पर धीमी गति से चलते हुए अचानक आग के गोले में विस्फोट करती दिखी थी।
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पुलिस के अनुसार, नबी फरीदाबाद में हाल में हुए कई छापों से बच निकला था, जबकि उसके कई साथी- जिनमें डॉक्टर, प्रोफेसर और जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़े सदस्य शामिल हैं, पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन छापों के दौरान करीब 3,000 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी।



