
Dehradun: ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण (गैरसैंण) स्थित विधानसभा परिसर में शुक्रवार को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पद्मश्री योग गुरु स्वामी भारत भूषण तथा आठ मित्र देशों के डेलिगेट्स के साथ सामूहिक योग कर “हर घर योग, हर जन निरोग” का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य की प्रथम ‘योग नीति 2025’ पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया और इस नीति का औपचारिक शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम” अभियान के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी रोपा।
योग और अध्यात्म को मिलेगा वैश्विक मंच
मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सामूहिक योगाभ्यास देवभूमि उत्तराखंड की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और सुदृढ़ करेगा। भराड़ीसैंण न केवल ग्रीष्मकालीन राजधानी है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम भी है। इस आयोजन के माध्यम से उत्तराखंड को योग और अध्यात्म का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन और नए योग नगरों की घोषणा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन स्थापित करेगी। इसके अलावा राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाए जाएंगे, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित होंगे। यहां अंतरराष्ट्रीय योग और वेलनेस संस्थानों, आध्यात्मिक गुरुओं और संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा।
योग नीति के अंतर्गत प्रोत्साहन और सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि योग नीति 2025 के अंतर्गत राज्य में योग और ध्यान केंद्रों के विकास के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही, योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए 10 लाख रुपये तक का अनुदान भी दिया जाएगा।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक प्रदेश में पांच नए योग हब स्थापित किए जाएं, और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में योग सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
पलायन और बेरोजगारी पर सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पलायन की समस्या को जड़ से समाप्त करने हेतु स्थानीय स्वरोजगार और पर्यटन को बढ़ावा देने पर कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है, जो नवाचार और स्थानीय आर्थिक विकास को बल देगी। युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ों में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
विद्यार्थियों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने योग दिवस के कार्यक्रम से पूर्व विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों से भेंट की। उन्होंने छात्रों को योग के महत्व के बारे में बताया और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह देखने को मिला।
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कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस ऐतिहासिक अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, फिजी के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, सूरिनाम के राजदूत अरुणकोमर हार्डियन, मंगोलिया, लातविया, श्रीलंका और रूस के वरिष्ठ अधिकारी, विधायक अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी और एसपी सर्वेश पंवार सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।