Congress left alliance: कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर संशय में वाम दल

Congress left alliance: अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और वाम मोर्चे के बीच संभावित गठबंधन पर संशय गहराता जा रहा है। लेफ्ट फ्रंट के कई सहयोगी दलों ने सीट बंटवारे को लेकर आपत्ति जताई है, जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का रुख भी स्पष्ट नहीं है।

शुभंकर सरकार का मौन

लेफ्ट फ्रंट के नेताओं का कहना है कि बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष शुभंकर सरकार गठबंधन को लेकर कोई पहल नहीं कर रहे हैं, जैसा कि उनके पूर्ववर्ती अधीर रंजन चौधरी किया करते थे। शुभंकर सरकार के इस मौन को कुछ लोग तृणमूल कांग्रेस के प्रति झुकाव के तौर पर देख रहे हैं।

वाम दलों में मतभेद

हाल ही में हुई लेफ्ट फ्रंट की बैठक में सीट बंटवारे पर गंभीर चर्चा हुई, जिसमें दो प्रमुख घटक दल ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) ने कांग्रेस के साथ समझौते पर असहमति जताई।

  • फॉरवर्ड ब्लॉक ने 34 सीटों की मांग की है, जो उन्होंने 1977 के विधानसभा चुनाव में लड़ी थीं।
  • आरएसपी ने 23 सीटों पर अपना दावा जताया है।
  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने नरम रुख अपनाते हुए कहा है कि वे गठबंधन के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उनकी सीटों की संख्या सीपीआई (एम) से कम और अन्य वाम सहयोगी दलों से अधिक होनी चाहिए।

वाम मोर्चे के चेयरमैन बिमोन बोस ने भी स्वीकार किया कि सीट बंटवारे पर अभी लंबी बातचीत की आवश्यकता है।

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कांग्रेस भी असमंजस में

दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के आम कार्यकर्ता अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान पर निर्भर करेगा।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और वाम मोर्चे ने 2016, 2021 और 2024 के चुनावों में तालमेल किया था, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके बीच कोई समझौता नहीं हो पाया था।

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