
अलीगढ़। मतदाता विशेष पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने साफ कहा कि अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर में फर्जी वोटरों की संख्या सबसे अधिक पाई गई है, जिसे लेकर तत्काल और कड़ी कार्रवाई जरूरी है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और संगठन पदाधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में निर्देश दिए कि एसआईआर के काम में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि आगामी चुनावों में जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी पूरी क्षमता के साथ एसआईआर में जुटना होगा। उन्होंने दो टूक कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध करना, फर्जी नाम हटाना और किसी भी पात्र मतदाता को सूची से छूटने न देना सबसे प्राथमिक कार्य है।
उन्होंने विपक्षी दलों की रणनीति का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष “साइलेंट मोड” में पूरी ताकत के साथ मतदाता सूची तैयार करने में लगा हुआ है। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अधिक सतर्क और गंभीर रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने पार्टी संगठन को चेताया कि केवल अधिकारियों के भरोसे चुनाव नहीं जीते जा सकते।
एसआईआर के काम में लगे रहे
सीएम योगी ने यहां तक कहा कि अगर किसी कार्यकर्ता के घर शादी हो रही हो, तब भी परिवार का एक सदस्य एसआईआर के काम में जरूर लगा रहे। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि आगामी विधानसभा चुनाव 2027 को देखते हुए मतदाता सूची को त्रुटिहीन बनाना अत्यंत आवश्यक है। सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में यूपी में 94 प्रतिशत फार्म फीड होने की जानकारी सामने आई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश से यह साफ है कि सरकार और पार्टी हाईकमान आगामी चुनावों के लिए एसआईआर को अत्यंत रणनीतिक महत्व दे रहा है और इसे जीत की नींव मान रहा है।



