
Char Dham Yatra : उत्तराखंड की ऐतिहासिक चारधाम यात्रा इस वर्ष नया कीर्तिमान बनाकर संपन्न हुई। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारों धामों के कपाट छह माह के शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। प्राकृतिक आपदाओं के कारण यात्रा कई दिनों तक बाधित रहने के बावजूद, इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु चारधाम पहुंचे। राज्य सरकार के मुताबिक, इस वर्ष 51 लाख 04 हजार 975 तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन के लिए पहुंचे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4 लाख 35 हजार 901 अधिक हैं।
धामवार आंकड़े: केदारनाथ में सर्वाधिक श्रद्धालु
चारधाम के चारों प्रमुख स्थलों पर इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
केदारनाथ धाम : 17,68,795
बद्रीनाथ धाम : 16,60,224
गंगोत्री : 7,57,010
यमुनोत्री : 6,44,505
इसके अलावा, हेमकुंट साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी पहली बार 2 लाख 74 हजार से अधिक पहुंच गई, जो पिछले दो वर्षों के मुकाबले सर्वाधिक है।
यात्रा प्रबंधन बना सफलता की कुंजी
प्रदेश सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बेहतर यात्रा प्रबंधन के कारण यात्रा को सुरक्षित और सुचारू रूप से संचालित किया जा सका। मानसून सीजन में आई प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद यात्रियों के लिए सुविधाओं में कोई कमी नहीं आने दी गई।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यात्री सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यात्रा मार्गों में सुधार, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, संचार व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को इस वर्ष मजबूत किया गया था।
शीतकालीन यात्रा की तैयारियां तेज
चारधाम के कपाट बंद होने के साथ ही अब शीतकालीन यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। धार्मिक परंपराओं के अनुसार अब देव विग्रहों की पूजा उनके शीतकालीन पड़ावों पर होगी।
बद्रीनाथ धाम : पांडुकेश्वर और नृसिंह मंदिर, ज्योतिर्मठ
केदारनाथ धाम : ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ
गंगोत्री : मुखबा
यमुनोत्री : खरसाली
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि शीतकालीन यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की जा रही है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्तरकाशी पहुंचे थे और मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में पूजा-अर्चना की थी।
पर्यटन और तीर्थाटन को मिलेगा नया आयाम
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि शीतकालीन यात्रा को पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के बीच उतना ही लोकप्रिय बनाया जाए जितनी कि चारधाम यात्रा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि शीतकालीन प्रवास स्थलों में रहने, सुरक्षा और यातायात की तैयारी को मजबूत किया जाए। पर्यटन विभाग शीतकालीन यात्रा को एडवेंचर टूरिज्म से जोड़कर नए सर्किट विकसित करने पर भी काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि पूरा साल कई चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन इसके बावजूद इस वर्ष चारधाम यात्रा में पिछले साल से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही। यात्रा मार्गों, स्वास्थ्य सुविधाओं, संचार और सड़क व्यवस्था को बेहतर बनाया गया है। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य और बदरीनाथ मास्टर प्लान यात्रा सुविधाओं को नई ऊंचाई दे रहे हैं। अब शीतकालीन यात्रा में भी सुरक्षा और सुविधाएं हमारी विशेष प्राथमिकता हैं।
चारधाम यात्रा 2025 ने न केवल रिकॉर्ड बनाया, बल्कि उत्तराखंड की धार्मिक और पर्यटन क्षमता की मजबूती को भी एक बार फिर साबित किया है।



