
Bondi Beach Attack. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित मशहूर बोंडी बीच पर हुए भयावह आतंकी हमले की जांच में चौंकाने वाले अंतरराष्ट्रीय लिंक सामने आए हैं। इस हमले के मुख्य आरोपी साजिद अकरम और उसके बेटे नवीद अकरम का कनेक्शन दक्षिणी फिलीपींस के उस क्षेत्र से जुड़ता दिख रहा है, जिसे इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े आतंकी गुटों का गढ़ माना जाता है।
फिलीपींस के ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के अनुसार, 1 नवंबर 2025 को साजिद अकरम और उसका 24 वर्षीय बेटा नवीद सिडनी से फिलीपींस के दावो शहर पहुंचे थे। दोनों ने लगभग एक महीने तक वहां प्रवास किया और 28 नवंबर को मनीला होते हुए सिडनी लौट गए। बोंडी बीच पर हुए ऑस्ट्रेलिया के सबसे घातक आतंकी हमले से ठीक दो हफ्ते पहले वे वापस लौटे थे।
तेलंगाना पुलिस ने पुष्टि की है कि 50 वर्षीय साजिद अकरम मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला था, जो 1998 में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। उसके पास भारतीय पासपोर्ट था, जबकि उसके बेटे नवीद ने फिलीपींस यात्रा के लिए ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट का इस्तेमाल किया।
बोंडी बीच पर खूनी हमला
रविवार को सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का कार्यक्रम के दौरान पिता-पुत्र ने राइफलों से अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई और 42 अन्य घायल हो गए। पुलिस के साथ मुठभेड़ में साजिद अकरम मारा गया, जबकि नवीद अकरम गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है और पुलिस निगरानी में है।
क्यों अहम है दावो की यात्रा
दावो शहर, मिंडानाओ द्वीप का सबसे बड़ा शहर है और दक्षिणी फिलीपींस का प्रवेश द्वार माना जाता है। यह इलाका लंबे समय से इस्लामिक स्टेट से जुड़े गुटों और अबू सय्याफ जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है।
2017 में IS आतंकियों ने मिंडानाओ के मारावी शहर पर पांच महीने तक कब्जा कर लिया था, जिसके बाद फिलीपींस सरकार को बड़ा सैन्य अभियान चलाना पड़ा था। विशेषज्ञों का मानना है कि अब भी पहाड़ी और जंगलों वाले इलाकों में छोटे आतंकी गुट सक्रिय हैं।
डीकिन यूनिवर्सिटी के आतंकवाद विशेषज्ञ प्रोफेसर ग्रेग बार्टन के मुताबिक, “दावो से पश्चिमी मिंडानाओ तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है, जहां IS से जुड़े तत्व सक्रिय रहे हैं। हालांकि सरकार ने बड़े कैंप खत्म किए हैं, लेकिन छोटे समूह अब भी छिपकर काम कर सकते हैं।”
खतरा कम हुआ, खत्म नहीं
अमेरिकी विदेश विभाग की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, फिलीपींस अब भी विदेशी आतंकवादी लड़ाकों के लिए एक संभावित गंतव्य बना हुआ है। वहीं, फिलीपींस के आतंकवाद विशेषज्ञ रोमेल बानलाओई का कहना है कि आतंकवाद का खतरा कम जरूर हुआ है, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।



