Bishkek News – अफ़ग़ानिस्तान में सुरक्षा और स्थिरता को महत्व, साथ मिलकर करेंगे काम: एनएसए डोभाल

Bishkek News – सुरक्षा परिषद के सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की तीसरी भारत-मध्य एशिया बैठक किर्गिज गणराज्य के बिश्केक में आयोजित हुई। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और उज्बेकिस्तान के एनएसए या सुरक्षा परिषद के सचिवों ने भाग लिया, जबकि ताजिकिस्तान का प्रतिनिधित्व सुरक्षा परिषद के उप सचिव ने किया।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार बैठक के दौरान, सुरक्षा परिषद के सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने सुरक्षा चुनौतियों की बदलती प्रकृति के मद्देनजर नियमित संवाद के महत्व को दोहराया। उन्होंने आतंकवाद, कट्टरपंथ, उग्रवाद और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। सचिवों/एनएसए ने क्षेत्र के लिए अफ़ग़ानिस्तान में सुरक्षा और स्थिरता के महत्व पर ज़ोर दिया। वे सुरक्षा चुनौतियों के समाधान के साथ-साथ संपर्क और आर्थिक विकास के क्षेत्रों में अफ़ग़ानिस्तान के साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए, जो दीर्घकालिक स्थिरता का आधार बन सकते हैं।
बैठक में भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच संपर्क बढ़ाने और इस प्रारूप के तहत सहयोग को व्यापक बनाने पर सहमति हुई, ताकि डिजिटल बुनियादी ढांचा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और उभरती प्रौद्योगिकियां, तथा अंतरिक्ष सहयोग जैसे नए क्षेत्रों को शामिल किया जा सके।
बैठक के दौरान एनएसए डोभाल ने अन्य मध्य एशियाई समकक्षों के साथ किर्गिज गणराज्य के राष्ट्रपति सदर नूरगोज़ोविच झापारोव से मुलाकात की। उन्होंने कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और उज्बेकिस्तान की सुरक्षा परिषदों के सचिवों के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
यह ध्यान देने योग्य है कि भारत-मध्य एशिया एनएसए/सुरक्षा परिषद के सचिवों के बीच संवाद 27 जनवरी 2022 को पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के बाद स्थापित किया गया था। इस प्रारूप में उद्घाटन बैठक 6 दिसंबर 2022 को नई दिल्ली में हुई थी, जिसके बाद दूसरी बैठक 23 अक्टूबर 2023 को कजाकिस्तान के अस्ताना में हुई थी।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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