
Bihar Election 2025. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर बगावत खुलकर सामने आ गई है। पार्टी के कई वरिष्ठ और सक्रिय नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की और एकजुट होकर नाराजगी जताई। नाराज नेताओं ने प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम पर टिकट वितरण में धांधली और पक्षपात के आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस रिसर्च सेल के प्रभारी आनंद माधव ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र भेजकर संगठनात्मक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए, हालांकि उन्होंने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
शनिवार को पटना में आयोजित प्रेसवार्ता में गजानंद शाही, छत्रपति यादव, नागेंद्र प्रसाद विकल, रंजन सिंह, बच्चू प्रसाद सिंह, राजकुमार राजन और बंटी चौधरी समेत कई नेताओं ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की।
टिकट नहीं मिलने पर हुआ विवाद
बागी नेताओं का कहना है कि विवाद सिर्फ टिकट न मिलने का नहीं, बल्कि कांग्रेस के भीतर विचारधारा और कर्मठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर है। उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में संगठनात्मक सक्रियता की जगह धनबल, व्यक्तिगत समीकरण और सिफारिश को प्राथमिकता दी गई।
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नेताओं ने कहा कि कृष्णा अल्लावरु, राजेश राम और शकील अहमद खान जैसे नेता राहुल गांधी के हाथ को कमजोर कर रहे हैं और पार्टी की जमीनी पकड़ को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस को यदि बिहार में मजबूत होना है तो संगठन को फिर से वैचारिक और कार्यकर्ता-आधारित बनाना होगा।