
नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी सुधारों पर बोलते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। शाह ने कहा कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) मतदाता सूची को शुद्ध करने की प्रक्रिया है और 2004 तक किसी ने इसका विरोध नहीं किया, लेकिन अब बेवजह विवाद खड़ा किया जा रहा है। इसी दौरान राहुल गांधी बीच में खड़े होकर शाह को प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिबेट की चुनौती देने लगे।
शाह ने तीखे अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि मैं 30 साल से सदन का सदस्य हूं, बोलने का क्रम मैं तय करूंगा, आप नहीं।” राहुल गांधी ने पलटकर कहा कि गृह मंत्री “घबराकर जवाब दे रहे हैं”, जिस पर शाह ने कहा कि “मैं आपके उकसावे में नहीं आऊंगा, आपका चेहरा चिंता में दिख रहा है।”
अमित शाह ने राहुल गांधी के 5 नवंबर के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें राहुल ने हरियाणा में एक ही घर में 501 वोट होने का दावा किया था। शाह ने कहा कि चुनाव आयोग ने इसे झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण लोकतंत्र की मजबूती का आधार है, इसलिए चुनाव आयोग 2025 में SIR कर रहा है।
विपक्ष का वॉकआउट, शाह बोले – घुसपैठियों पर चर्चा से भागा विपक्ष
चर्चा के दौरान विपक्षी दलों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया। शाह ने कहा कि जब उन्होंने नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी पर आरोप लगाए, तब विपक्ष नहीं निकला, लेकिन घुसपैठियों के मुद्दे पर भाग गया। उन्होंने कहा कि हम एक भी घुसपैठिए को वोट नहीं करने देंगे। हमारी नीति-पहचान, हटाना, निर्वासित करना। विपक्ष की नीति-घुसपैठ को सामान्य बनाना।” शाह का भाषण समाप्त होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही 11 दिसंबर सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।



