
Lucknow News. चुनाव आयोग द्वारा यूपी सहित छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे एक बड़ी राहत बताया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला उनकी “जायज मांग” की जीत है और बीएलओ व पीडीए प्रहरियों की कड़ी मेहनत का सम्मान भी।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “SIR की अंतिम तिथि का दो सप्ताह बढ़ना हमारी जायज मांग की जीत है और बीएलओ व पीडीए प्रहरियों की भी। इन दो हफ्तों में सभी पीडीए प्रहरी दुगनी गति से लग जाएं और एक भी वैध वोट कटने न दें।”
उन्होंने पीडीए प्रहरियों को लोकतंत्र की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला बताते हुए लिखा, “आज पीडीए प्रहरी जो ऐतिहासिक काम कर रहे हैं, वह देश और लोकतंत्र के प्रति उनके सच्चे समर्पण को दर्शाता है। देश उन्हें सम्मान से ‘लोकतंत्र सेनानी’ कहकर संबोधित कर रहा है क्योंकि वे भविष्य की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं।”
UP में SIR की नई तिथि 26 दिसंबर तक
चुनाव आयोग ने बताया कि सभी राज्यों में समय सीमा बढ़ाना संबंधित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के आग्रह पर किया गया है। उत्तर प्रदेश में अब SIR की नई अंतिम तिथि 26 दिसंबर निर्धारित की गई है और मतदाता सूची का मसौदा 31 दिसंबर को जारी किया जाएगा।
यह भी पढ़ें – यूपी, तमिलनाडु समेत छह राज्यों में SIR की समयसीमा बढ़ी, चुनाव आयोग ने जारी किया नया शेड्यूल
इसके अलावा तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान-निकोबार में भी संशोधित कार्यक्रम लागू होगा। पहले यह प्रक्रिया 11 दिसंबर को समाप्त होनी थी और मसौदा सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित की जानी थी। समय सीमा बढ़ने से अब उन लोगों को राहत मिलेगी जो पहले अपने दस्तावेज़ जमा नहीं कर सके थे।



