
Bihar Election 2025. बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने तीखे तेवर दिखाए हैं। सीमांचल से लेकर उत्तर और दक्षिण बिहार तक उम्मीदवार उतारने के बाद ओवैसी अब हर मंच से नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। कुछ पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बिहार के राजनीतिक हालात, सीमांचल की उपेक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर खुलकर बात की।
बच्चे कुपोषण से जूझ रहे
ओवैसी ने कहा कि सीमांचल का विकास अब तक सिर्फ कागजों पर हुआ है। सरकारी रिपोर्टें बताती हैं कि यह इलाका अब भी बिहार का सबसे पिछड़ा क्षेत्र है।
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उन्होंने कहा कि यहां के 56 फीसदी क्षेत्र में हर साल बाढ़ आती है, बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं और किशनगंज-अररिया जैसे जिलों में उद्योग, विश्वविद्यालय या बड़े संस्थान तक नहीं हैं। ओवैसी का आरोप है कि विकास की रोशनी पटना, गया और नालंदा तक सीमित रही, जबकि सीमांचल के लोगों को सिर्फ वादे मिले।
अब नीतीश का जंगलराज पार्ट टू चल रहा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि पहले लालू यादव परिवार का जंगलराज’ था, अब नीतीश कुमार का जंगलराज पार्ट टू चल रहा है। जो मुख्यमंत्री 20 साल में कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी के साथ रहे, जनता उन्हें कैसे भरोसेमंद माने? उन्होंने कहा कि यह जनता के साथ राजनीतिक धोखा है और बिहार बदलाव चाहता है।
मोदी का दिल अहमदाबाद में अटका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि बिहार ने तीन बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन उनका ध्यान आज भी बिहार पर नहीं है। मोदी का दिल अहमदाबाद में अटका है, नीतीश का राजगीर में और लालू यादव का सिर्फ अपने परिवार में। उन्होंने कहा कि सीमांचल और गरीब जिलों की समस्याएं केंद्र और राज्य – दोनों की प्राथमिकता में नहीं हैं।
जनता को बेवकूफ बना रहे तेजस्वी
तेजस्वी यादव द्वारा 5 लाख नौकरियां देने के वादे पर ओवैसी ने कहा कि यह सिर्फ जनता को भ्रमित करने की कोशिश है। बिहार में 2 करोड़ 70 लाख परिवार हैं। अगर हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए तो 8 लाख करोड़ रुपये चाहिए, जबकि बिहार का कुल बजट 2 लाख करोड़ का है। यह जनता को बेवकूफ बनाना है।
टिकट के नाम पर लॉलीपॉप
ओवैसी ने कहा कि सीमांचल में 17 फीसदी अल्पसंख्यक आबादी है, लेकिन आरजेडी उन्हें सिर्फ टिकट के नाम पर लॉलीपॉप देती है। उन्होंने कहा कि जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री हो सकता है, तो अब्दुल्ला या मोहम्मद का बेटा मुख्यमंत्री क्यों नहीं? यही असली सामाजिक न्याय की परीक्षा है।
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ओवैसी ने खुलासा किया कि उनकी पार्टी ने इंडिया गठबंधन को छह सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन तेजस्वी यादव ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हम तैयार थे, पत्र भी भेजा, लेकिन कहा गया कि पत्र मिला ही नहीं। अब जनता जानती है कि कौन बीजेपी को वाकई रोकना चाहता है और कौन सिर्फ बयानबाजी कर रहा है।्र
वक्फ कानून पर तीखी प्रक्रिया
तेजस्वी यादव के उस बयान पर भी ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वक्फ कानून को कचरे में डाल देंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को यह भी नहीं पता कि सेंट्रल और स्टेट कानून में फर्क क्या होता है। मैंने उस कानून पर 128 पन्नों की रिपोर्ट दी है और सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रहा हूं। ऐसे बयान सिर्फ अज्ञानता दिखाते हैं।
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अंत में ओवैसी ने कहा कि बिहार की असली लड़ाई दो जंगलराज के खिलाफ है – एक लालू यादव परिवार का और दूसरा नीतीश कुमार का। दोनों ने मिलकर बिहार को पीछे किया है। अब जनता को खुद आगे आकर अपने विकास की लड़ाई लड़नी होगी।
 
				


