
AI-Powered Strategy: केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) से मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध व्यापार और तस्करी के खिलाफ एआई-संचालित, समग्र और तकनीक-आधारित रणनीति अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक व्यापार परिदृश्य और सुरक्षा संबंधी बढ़ती जटिलताओं के मद्देनजर प्रवर्तन एजेंसियों को भी खुद को निरंतर विकसित करते रहना चाहिए।
सीतारमण नई दिल्ली के वसंत कुंज स्थित डीआरआई के नए मुख्यालय भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र “सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन” को दोहराते हुए कहा कि यही दृष्टिकोण हमें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाएगा।
नारकोटिक्स: सबसे गंभीर खतरा
अपने संबोधन में वित्त मंत्री ने कहा, “हम तस्करी में सोने की बात तो बहुत करते हैं, लेकिन नारकोटिक्स आज सबसे बड़ा खतरा बन चुका है, जिसने राज्यों से लेकर छोटे शहरों, स्कूलों और कॉलेजों तक अपनी घुसपैठ बना ली है। डीआरआई को इस पर गंभीरता से काम करना होगा और राज्य पुलिस के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित करना होगा।”
तस्करी नेटवर्क की जड़ तक जाएं
सीतारमण ने डीआरआई अधिकारियों को केवल छोटी जब्तियों या गिरफ्तारी तक सीमित न रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “जांच का उद्देश्य पूरे तस्करी नेटवर्क को खत्म करना होना चाहिए। अगर आप केवल ‘छोटी मछलियों’ को पकड़ते हैं, तो यह पर्याप्त नहीं है। बड़ी श्रृंखला की पहचान करें और उस पर ठोस कार्रवाई करें, जिससे परिणाम साफ़ तौर पर सामने आएं और उन्हें तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जा सके।”
प्रवर्तन को तकनीक से जोड़ने पर ज़ोर
उन्होंने अधिकारियों को समग्र सोच अपनाने की सलाह देते हुए कहा, “बड़ी तस्वीर को समझिए, बारीक़ियों को जोड़िए और अव्यक्त खतरों की पहचान कीजिए। डेटा और तकनीक का इस्तेमाल कर गहरे प्रणालीगत जोखिमों को उजागर करना आज की आवश्यकता है।”
AI-Powered Strategy: also read- Sports news: खो-खो के वैश्विक विकास को सशक्त बना रहा है केकेएफआई
इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, राजस्व सचिव अरविंद श्रीवास्तव, सीबीआईसी अध्यक्ष संजय अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।