
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में दूषित पानी पीने से डायरिया फैलने के बाद हालात गंभीर हो गए हैं। बीते कुछ दिनों में इस बीमारी से तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस बात की पुष्टि शहर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने की है।
मेयर के अनुसार, भागीरथपुरा इलाके में डायरिया से तीन लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है, हालांकि मृतकों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने का अनुरोध किया गया है और सभी मरीजों का इलाज सरकारी खर्च पर कराया जा रहा है।
150 से ज्यादा लोग हुए बीमार
स्थानीय निवासियों ने बताया कि शुक्रवार से अब तक करीब 150 लोगों में उल्टी, दस्त और डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण देखे गए हैं। हालांकि, इलाके के लोगों का दावा है कि मरने वालों की संख्या इससे अधिक हो सकती है। उनके मुताबिक, अब तक चार महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग का बड़ा सर्वे
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) माधव प्रसाद हसानी ने बताया कि डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2,703 घरों का सर्वे किया और करीब 12,000 लोगों की जांच की। इस दौरान हल्के लक्षण वाले 1,146 मरीजों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया।
हसानी ने कहा, “ज्यादातर मरीजों ने बताया कि दूषित पानी पीने के बाद उन्हें उल्टी, दस्त और तेज़ कमजोरी महसूस हुई।”
पानी की सप्लाई में नाले का पानी मिलने का शक
हालांकि पानी के सैंपल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि नाले का पानी पीने की पानी की लाइनों में मिल गया, जिससे जल आपूर्ति दूषित हुई। अधिकारियों ने कहा है कि यदि लापरवाही पाई गई तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय पार्षद ने भी आरोप लगाया कि 25 दिसंबर को सप्लाई किए गए पानी में अजीब गंध थी और उसी के बाद बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ने लगे।



