Maharashtra Politics : नगर निगम चुनाव से पहले UBT-MNS गठबंधन, BJP ने उड़ाया मज़ाक, कांग्रेस का मिला समर्थन

Maharashtra Politics : महाराष्ट्र नगर निगम चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने UBT–MNS गठबंधन का ऐलान किया। BJP ने पुतिन–ज़ेलेंस्की से तुलना की, कांग्रेस ने दी मिली-जुली प्रतिक्रिया।

Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। लंबे समय से अलग राह पर चल रहे ठाकरे चचेरे भाई (उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे) ने आगामी नगर निगम चुनावों के लिए गठबंधन का ऐलान कर दिया है। शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) मिलकर मुंबई, नासिक सहित राज्य के कई शहरों में चुनाव लड़ेंगी।

बुधवार को मुंबई के वर्ली में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस गठबंधन की औपचारिक घोषणा की गई। राज ठाकरे ने मंच से दावा किया कि मुंबई का अगला मेयर मराठी होगा और वह UBT–MNS गठबंधन से ही आएगा। उन्होंने कहा महाराष्ट्र इस पल का इंतज़ार कर रहा था। अब दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी।

राज्य में 29 नगर निगमों के चुनाव 15 जनवरी को होने हैं, ऐसे में इस गठबंधन को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।

BJP का तंज : ‘पुतिन-ज़ेलेंस्की की मुलाकात जैसा माहौल’

गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने तंज कसते हुए कहा कि इसे ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम हो गया हो और पुतिन–ज़ेलेंस्की बातचीत कर रहे हों।

फडणवीस ने कहा कि यह गठबंधन उन पार्टियों के बीच हुआ है जिन्होंने अपनी राजनीतिक पहचान खो दी है। उन्होंने दावा किया कि इस गठबंधन का चुनावी नतीजों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा और महायुति ही नगर निगम चुनाव जीतेगी।

शिवसेना (UBT) : ‘ऐतिहासिक दिन’

शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मौके को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि माहौल उत्साह से भरा हुआ है और लोगों को इस गठबंधन का इंतज़ार था। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं का एक साथ आना मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा बदल सकता है। हम लोगों के मुद्दों को प्राथमिकता देंगे।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने ठाकरे भाइयों के एकजुट होने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महाविकास अघाड़ी (MVA) और INDIA गठबंधन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस कभी MNS के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं रही है और पार्टी की प्राथमिकता शिवसेना (UBT) और शरद पवार के साथ गठबंधन ही रहेगी।

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