
Vastu Tips : घर के मुख्य दरवाजे पर ‘Welcome’ लिखा डोरमैट बिछाना आजकल बहुत आम बात है। इसे मेहमानों के स्वागत और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है, लेकिन वास्तु शास्त्र में इससे जुड़े कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना आपके घर की ऊर्जा पर असर डाल सकता है।
वास्तु के अनुसार मुख्य द्वार घर की सबसे अहम जगह होती है, क्योंकि यहीं से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा दोनों का प्रवेश होता है। ऐसे में दरवाजे पर रखा हर सामान सोच-समझकर चुनना चाहिए।
वास्तु में क्या है मान्यता
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार ‘Welcome’ लिखा डोरमैट तभी शुभ माना जाता है, जब वह साफ-सुथरा और सही स्थिति में रखा हो। फटा, मैला या उल्टा रखा डोरमैट घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। माना जाता है कि इस पर पैर रखने से सकारात्मक ऊर्जा दब जाती है।
कब बन सकता है नुकसान की वजह
अगर डोरमैट पर लिखा ‘Welcome’ शब्द धुंधला हो गया हो या मैट काफी पुराना हो, तो यह शुभ फल नहीं देता। ऐसे डोरमैट को लंबे समय तक इस्तेमाल करना वास्तु दोष बढ़ा सकता है। इसके अलावा, बहुत गहरे या बेहद काले रंग का डोरमैट भी ऊर्जा के प्रवाह को रोक सकता है।
कौन सा डोरमैट माना जाता है शुभ
वास्तु के अनुसार हल्के रंगों का, साफ और मजबूत डोरमैट शुभ होता है। समय-समय पर उसे धोना या बदलना भी जरूरी है। अगर आप ‘Welcome’ लिखे डोरमैट का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह ध्यान रखें कि शब्द साफ दिखाई दे और मैट हमेशा सही दिशा में रखा हो। ‘Welcome’ लिखा डोरमैट अपने आप में अशुभ नहीं है, लेकिन उसकी सफाई, स्थिति और रंग का खास ध्यान रखना जरूरी है। छोटे-छोटे वास्तु नियमों का पालन करके आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रख सकते हैं।



