Exim Routes New Listing: रद्दी कागज के कलेक्शन और रिसाइकलिंग के लिए मिलों को सप्लाई करने वाली कंपनी एग्जिम रूट्स ने गुरुवार को शेयर बाजार में दमदार शुरुआत की। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 88 रुपये के इश्यू प्राइस पर जारी किए गए थे। एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 25 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 110 रुपये पर हुई।
लिस्टिंग के बाद मुनाफावसूली से फिसले शेयर
लिस्टिंग के बाद शुरुआती कारोबार में खरीदारी का जोर देखने को मिला, जिससे शेयर 114.50 रुपये के उच्च स्तर तक पहुंच गया। हालांकि, ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली शुरू होने के कारण कुछ ही समय में शेयर गिरकर 104.50 रुपये के लोअर सर्किट स्तर पर आ गया। इसके बावजूद पहले दिन के कारोबार में आईपीओ निवेशक करीब 18.75 प्रतिशत के फायदे में बने हुए हैं।
आईपीओ को मिला जबरदस्त निवेशक समर्थन
एग्जिम रूट्स का 43.73 करोड़ रुपये का आईपीओ 12 से 16 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। निवेशकों से मिली मजबूत प्रतिक्रिया के चलते यह इश्यू कुल मिलाकर 15.23 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित हिस्सा 19.11 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) का कोटा 22.43 गुना और रिटेल निवेशकों का हिस्सा 9.94 गुना सब्सक्राइब हुआ।
आईपीओ फंड का कहां होगा इस्तेमाल
इस आईपीओ के तहत कंपनी ने 5 रुपये फेस वैल्यू वाले 49,69,600 नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी अपने एरिस प्लेटफॉर्म के विकास और रखरखाव, ऑफिस स्पेस में निवेश, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों की पूर्ति और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
वित्तीय प्रदर्शन में लगातार सुधार
सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार कंपनी की वित्तीय स्थिति में निरंतर मजबूती देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का शुद्ध लाभ 37 लाख रुपये रहा था, जो 2023-24 में बढ़कर 4.20 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछलकर 7.56 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसी अवधि में कंपनी की कुल आय 82 प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़कर 120.99 करोड़ रुपये हो गई।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का प्रदर्शन
मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) में कंपनी ने 1.17 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। इस दौरान कुल आय 44.17 करोड़ रुपये रही। जून 2025 के अंत तक कंपनी पर 5.10 करोड़ रुपये का कर्ज था, जबकि रिजर्व और सरप्लस 15.71 करोड़ रुपये दर्ज किए गए थे।



