
Pahalgam Terror Attack : नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के सात महीने बाद बड़ा खुलासा करते हुए छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। 1,597 पन्नों की चार्जशीट में NIA ने हमले के पीछे पाकिस्तान की सीधी भूमिका का विस्तृत विवरण दिया है।
NIA ने अपनी चार्जशीट में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और उससे जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को हमले की साजिश रचने, उसे अंजाम देने और आतंकियों को लॉजिस्टिक सहायता देने का जिम्मेदार ठहराया है। एजेंसी ने इस हमले को “धर्म आधारित लक्षित हत्या” करार दिया है।
चार आतंकियों के नाम शामिल
जम्मू स्थित NIA की विशेष अदालत में दाखिल चार्जशीट में पाकिस्तानी हैंडलर आतंकी साजिद जट्ट सहित चार आतंकियों के नाम शामिल हैं। अन्य तीन आतंकियों – फैसल जट्ट उर्फ सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ जिब्रान और हमजा अफगानी को सुरक्षाबलों ने जुलाई 2025 में श्रीनगर के दाचीगाम इलाके में ऑपरेशन महादेव के तहत मार गिराया था।
इसके अलावा चार्जशीट में दो स्थानीय आरोपियों – बशीर अहमद जोथर और परवेज अहमद जोथर का नाम भी शामिल है, जिन्हें 22 जून 2025 को आतंकियों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। NIA के मुताबिक, इन दोनों ने हमले में शामिल आतंकियों की पहचान उजागर की और यह पुष्टि की कि वे पाकिस्तानी नागरिक थे और LeT से जुड़े थे।
आरोपियों पर लगीं गंभीर धारायें
NIA ने आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967, शस्त्र अधिनियम, 1959 के तहत गंभीर धाराएं लगाई हैं। इसके साथ ही आरोपियों पर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश का भी आरोप लगाया गया है।
जांच के दौरान NIA ने 1,000 से अधिक लोगों से पूछताछ की और तकनीकी व फोरेंसिक सबूत जुटाए। आतंकियों के मोबाइल फोन से आधार कार्ड, तस्वीरें, सोशल मीडिया अकाउंट और पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों से हुई एन्क्रिप्टेड बातचीत बरामद की गई, जिन्हें चार्जशीट का अहम हिस्सा बनाया गया है।
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की थी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।
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