
Lucknow News. समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी आने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने और चुनावी धांधली रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का व्यापक इस्तेमाल करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि टेक्नोलॉजी का उपयोग लोकतंत्र को मजबूत करने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।
शनिवार को हैदराबाद में आयोजित समाजवादी पार्टी के विजन इंडिया समिट को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था सुधारने और सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूत करने में भी AI की अहम भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनावों में चुनावी धांधली रोकने के लिए AI का सबसे बेहतर इस्तेमाल करेंगे।
समाजवादी पार्टी विभाजनकारी राजनीति के सख्त खिलाफ
अखिलेश यादव ने विश्वास जताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भविष्य में होने वाली प्रगति समाज में सकारात्मक सोच और रचनात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगी। उन्होंने दोहराया कि समाजवादी पार्टी विभाजनकारी राजनीति के सख्त खिलाफ है और विजन इंडिया जैसे मंचों के जरिए सकारात्मक, विकास-उन्मुख और प्रगतिशील राजनीति को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि बेंगलुरु के बाद यह दूसरा विजन इंडिया समिट है, जिसे युवाओं को शासन और राजनीति में टेक्नोलॉजी की भूमिका से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। पार्टी देश के अन्य प्रमुख शहरों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है।
साइबर अपराधों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी पर चिंता जताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा साइबर अपराध दर्ज हो रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि साइबर ठगी के मामलों में खतरनाक स्तर तक वृद्धि हुई है और अब धोखेबाज न सिर्फ आम लोगों, बल्कि IAS अधिकारियों और न्यायाधीशों जैसे उच्च पदस्थ लोगों को भी निशाना बना रहे हैं।
अखिलेश यादव ने BJP सरकार पर गंभीर आरोप लगाए
चुनावी रोल के विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर अखिलेश यादव ने BJP सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि SIR प्रक्रिया का उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दुरुपयोग किया जा रहा है। अखिलेश के मुताबिक, सरकार जहां राज्य की आबादी करीब 25 करोड़ बताती है, वहीं इस प्रक्रिया के जरिए लगभग तीन करोड़ मतदाताओं के नाम चुनावी सूची से हटाए जा सकते हैं।
उन्होंने SIR को “बैकडोर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC)” करार देते हुए आरोप लगाया कि BJP सरकार इसे अप्रत्यक्ष रूप से लागू करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वह इसे सीधे तौर पर लागू करने में असमर्थ है।
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अखिलेश यादव ने यह भी दोहराया कि समाजवादी पार्टी INDIA गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी और BJP के खिलाफ संयुक्त विपक्षी एकता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।



