
New Delhi News-केंद्र सरकार युवाओं को कौशल, नेतृत्व क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य के स्तर पर सशक्त बनाने के लिए व्यापक रणनीति पर काम कर रही है। यह जानकारी युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।
मंत्री ने बताया कि युवाओं के लिए चल रहे कार्यक्रमों को ‘मेरा युवा भारत (माई भारत)’ और नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) के माध्यम से क्रियान्वित किया जा रहा है। दोनों मंच युवाओं को लीडरशिप डेवलपमेंट, स्किल एन्हांसमेंट, नागरिक सहभागिता और अनुभव-आधारित सीख के अवसर उपलब्ध कराते हैं।
‘माई भारत’ के प्रमुख कार्यक्रम
वित्त वर्ष 2023–24 और 2024–25 के दौरान कई प्रमुख गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें शामिल हैं—
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विकसित भारत एंबेस्डर – युवा कनेक्ट
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विकसित भारत@2047 डिक्लेमेशन कॉन्टेस्ट
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नेबरहुड यूथ पार्लियामेंट
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विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग / यूथ पार्लियामेंट
माई भारत पोर्टल के माध्यम से 18–29 आयु वर्ग के युवाओं को पुलिस, डाक विभाग, जन औषधि केंद्र और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अनुभवात्मक प्रशिक्षण (ELP) प्रदान किया जा रहा है।
साथ ही 2025–26 की वार्षिक कार्ययोजना में वोकशनल और सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग पर विशेष जोर है।
राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान (RGNIYD) भी नेतृत्व, जीवन कौशल और क्षमता निर्माण पर प्रशिक्षणदाता की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
रोजगार और कौशल विकास के लिए राष्ट्रीय योजनाएं
सरकार कई केंद्रीय योजनाओं के माध्यम से रोजगार और कौशल विकास बढ़ा रही है, जिनमें शामिल हैं—
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पीएमईजीपी
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एमजीएनआरईजीएस
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डीडीयू-जीकेवाई
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आरएसईटीआई
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डीएवाई-एनयूएलएम
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पीएमएमवाई
‘स्किल इंडिया मिशन’ के तहत युवाओं को कौशल, री-स्किल और अप-स्किलिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बजट 2024–25 में घोषित प्रधानमंत्री पैकेज के अनुसार सरकार ने 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार और कौशल अवसर प्रदान करने का लक्ष्य तय किया है।
नेशनल करियर सर्विस (NCS) पोर्टल युवाओं को जॉब मैचिंग, करियर काउंसलिंग और ट्रेनिंग की जानकारी उपलब्ध कराता है, जबकि ASPIRE योजना कृषि क्षेत्र में ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को रोजगार से जोड़ने पर केंद्रित है।
मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति पर विशेष ध्यान
एनएसएस और माई भारत के माध्यम से युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य के लिए—
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योग दिवस,
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खेल प्रतियोगिताएं,
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ध्यान सत्र,
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स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
आयोजित किए जाते हैं।
एनएसएस, आयुष्मान भारत और टेली-मानस जैसे कार्यक्रमों की भी देशभर में जागरूकता फैलाता है।
वित्त वर्ष 2024–25 में पूरे देश में ड्रग एडिक्शन और सब्सटेंस एब्यूज़ पर राष्ट्रीय अभियान चलाया गया।
सरकार मेंटल हेल्थ एक्ट 2017 और नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के तहत मानसिक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत कर रही है।
10 अक्टूबर 2022 को शुरू किए गए नेशनल टेली मेंटल हेल्थ प्रोग्राम और टेली-मानस ऐप के जरिए देशभर में मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं अधिक सुलभ हुई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश की पहली नेशनल सुसाइड प्रिवेंशन स्ट्रैटेजी भी तैयार की है।
सरकार की प्रतिबद्धता
डॉ. मांडविया ने स्पष्ट कहा कि युवा देश की सबसे बड़ी संपत्ति हैं और सरकार का लक्ष्य है कि उन्हें कौशल, नेतृत्व और मानसिक दृढ़ता से सशक्त बनाकर विकसित भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका के लिए तैयार किया जाए।
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