
West Bengal SIR – पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान भारी अनियमितताएँ सामने आई हैं।** चुनाव आयोग की सख्त निगरानी के बाद 24 घंटे के भीतर बीएलओ द्वारा दी गई संदिग्ध रिपोर्टों में बड़ा बदलाव देखा गया।
क्या है मामला?
SIR प्रक्रिया के तहत बीएलओ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि राज्य के 2,208 बूथों पर पिछले 20 साल में एक भी मौत दर्ज नहीं हुई। यह आंकड़ा सामने आते ही चुनाव आयोग के अधिकारियों को संदेह हुआ, क्योंकि किसी भी क्षेत्र में दो दशक तक एक भी मृत्यु न होना व्यवहारिक रूप से असंभव है।
आयोग की सख्ती और खुलासा
चुनाव आयोग ने तुरंत सभी जिलों से स्पष्टीकरण मांगा और फील्ड वेरिफिकेशन के निर्देश जारी किए।
कड़ी जांच के बाद सामने आया कि बीएलओ द्वारा दी गई रिपोर्ट गलत और भ्रामक थी।
सिर्फ 24 घंटे में यह आंकड़ा घटकर 2,208 से मात्र 29 बूथ रह गया।
दक्षिण 24 परगना सबसे ज्यादा संदिग्ध
जांच में पाया गया कि सबसे अधिक गड़बड़ी दक्षिण 24 परगना जिले से आई थी।
यहां कई बूथों पर गलत जानकारी दर्ज की गई थी, जिसके बाद आयोग ने स्थानीय अधिकारियों से जवाब-तलब किया है।
आगे क्या कार्रवाई होगी?
गलत रिपोर्ट देने वाले बीएलओ पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी
सभी जिलों में SIR प्रक्रिया को दोबारा जांचने के निर्देश
मृत मतदाताओं को हटाने और फर्जी प्रविष्टियों को साफ करने का अभियान तेज
रिपोर्टिंग सिस्टम को डिजिटल और पारदर्शी बनाने पर जोर
EC का संदेश साफ
चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फर्जी आंकड़े देने वालों पर कार्रवाई निश्चित है।



