
Public Awareness – प्रदूषण तेजी से बढ़ती हुई एक वैश्विक समस्या बन चुकी है, जिसका सीधा असर मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। इसी संदर्भ में आज एक जागरूकता संदेश के रूप में लोगों से अपील की गई कि *“शुद्ध और प्रदूषण-मुक्त पर्यावरण से ही बेहतर स्वास्थ्य संभव है।”*
संदेश में विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया गया कि आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य के लिए प्रदूषण को नियंत्रित करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार वायु प्रदूषण से सांस संबंधी बीमारियाँ, हृदय रोग, आंखों में संक्रमण और कमजोरी जैसी समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में केवल सरकार या संस्थाओं पर निर्भर रहने के बजाय आम जनता की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाया जाए—जैसे वाहनों का सीमित उपयोग, पौधे लगाना, कूड़े का सुरक्षित निपटान और प्लास्टिक का कम उपयोग—तो प्रदूषण के स्तर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
जागरूकता संदेश में लोगों से अपील की गई कि वे आज ही संकल्प लें
वायु, जल और मिट्टी प्रदूषण को कम करने में अपनी भूमिका निभाएं
पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ाएं
पौधारोपण को बढ़ावा दें
कचरा प्रबंधन के नियमों का पालन करें
संदेश के अंत में यह भी कहा गया कि प्रदूषण मुक्त पर्यावरण सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और जीवन सुरक्षा के लिए आवश्यकता बन चुका है। इसलिए हर नागरिक को आगे आकर पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।



