Bihar News : नीतीश मंत्रिमंडल में दिखी सोशल इंजीनियरिंग, सर्व समाज को साधने की कोशिश

Bihar News : बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की नई सरकार के गठन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर सत्ता में लौट आए हैं। पटना के गांधी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद और बीजेपी के सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री समेत कुल 27 मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

हालांकि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर सत्ता की बागडोर उनके हाथों में सौंपी गई है, लेकिन मंत्री पदों की संख्या और जातीय प्रतिनिधित्व के लिहाज से बीजेपी ने खुद को बड़े भाई की भूमिका में रखा है। 27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में जेडीयू को जहां 8 मंत्रियों का स्थान मिला है, वहीं बीजेपी को दो उपमुख्यमंत्रियों सहित 15 मंत्री पद मिले हैं। इसके अलावा चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) से 2, जबकि जीतनराम मांझी की हम पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम से एक-एक मंत्री बनाए गए हैं।

नई कैबिनेट में अगड़ी जाति से कुल 8 मंत्री बनाए गए हैं। बीजेपी के 5, जेडीयू के 2 और लोजपा (आर) का 1 शामिल है। इनमें दो भूमिहार, चार राजपूत, एक ब्राह्मण और एक कायस्थ समुदाय से मंत्री शामिल हैं। बीजेपी ने अपने कोर वोटबैंक को साधते हुए भूमिहार से विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री, ब्राह्मण समुदाय से मंगल पांडे को, और राजपूत समुदाय से संजय सिंह टाइगर व श्रेयसी सिंह को मंत्री बनाया है। कायस्थ समाज से नितिन नबीन को पुनः मंत्रिपद मिला है। जेडीयू ने भूमिहार से विजय कुमार चौधरी और राजपूत से लेसी सिंह को मंत्री बनाया है। लोजपा (आर) ने राजपूत समाज से संजय कुमार सिंह को मंत्री पद दिया है।

ओबीसी, ईबीसी और वैश्य समुदाय को सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व

नीतीश कैबिनेट में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व ओबीसी, ईबीसी और वैश्य समुदाय को मिला है। कुल 13 (बीजेपी के 8, जेडीयू के 4 और आरएलएम का 1) मंत्री इस श्रेणी से हैं। कुर्मी-कोइरी समाज पर विशेष ध्यान देते हुए कुर्मी समुदाय से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तो कोइरी समाज से सम्राट चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। बीजेपी ने यादव समुदाय से रामकृपाल यादव, धानुक से सुरेंद्र मेहता, कहार से डॉ. प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, तेली से नारायण प्रसाद, और मल्लाह समुदाय से रमा निषाद को मंत्रिपरिषद में शामिल किया है। वैश्य समुदाय से डॉ. दिलीप जायसवाल और अरुण शंकर प्रसाद (बीजेपी) मंत्री बने हैं।

जेडीयू ने अपने कोटे से कुर्मी समाज के श्रवण कुमार, यादव समुदाय के विजेंद्र यादव तथा निषाद समाज के मदन सहनी को शामिल किया है। उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश, जो कोइरी जाति से आते हैं, आरएलएम कोटे से मंत्री बने हैं।

एनडीए ने दलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करते हुए कुल 5 (बीजेपी के 2, जेडीयू का 1, लोजपा (आर) का 1, हम का 1) मंत्रियों को जगह दी है। इनमें दुसाध समुदाय से दो, मुसहर, पासी, और रविदासी समुदाय से एक-एक मंत्री शामिल हैं।

अल्पसंख्यक समुदाय की भी हिस्सेदारी

बीजेपी ने लखेंद्र पासवान और सुनील कुमार को, जेडीयू ने अशोक चौधरी को, लोजपा (आर) ने संजय कुमार पासवान को और हम पार्टी ने संतोष कुमार सुमन को मंत्री पद दिया है। अल्पसंख्यक समुदाय की हिस्सेदारी सुनिश्चित करते हुए जेडीयू ने अपने कोटे से जमा खान को मंत्री बनाया है। एनडीए का दावा है कि नई सरकार में सर्व समाज की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है।

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