Delhi Blast : दिल्ली धमाके की जांच तेज, लेकिन अब तक अनुत्तरित हैं ये चार बड़े सवाल

Delhi Blast : लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके की जांच जारी है। आठ मौतों की पुष्टि हो चुकी, लेकिन धमाके की वजह, कार मालिक और साजिश पर अब भी सस्पेंस।

Delhi Blast. राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए धमाके ने पूरे देश को दहला दिया। इस धमाके में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हैं। घटना के बाद से पुलिस, एनआईए, एनएसजी और फोरेंसिक टीमों की जांच जारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति की जानकारी ली, वहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने कहा कि जांच के सभी एंगल पर काम हो रहा है।

घटनास्थल से फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम ने कई सैंपल जुटाकर लैब में भेज दिए हैं, लेकिन अब तक जांच एजेंसियों को धमाके की असली वजह का सुराग नहीं मिल पाया है। इस बीच चार ऐसे अहम सवाल हैं, जिनके जवाब अब तक नहीं मिले हैं।

यह विस्फोट आखिर कैसे हुआ?

क्या कार में पहले से कोई विस्फोटक रखा गया था या यह कार के फ्यूल टैंक या सीएनजी सिलेंडर में हुआ ब्लास्ट था? कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका अचानक हुआ और आसपास की कई गाड़ियां इसकी चपेट में आ गईं। फोरेंसिक अधिकारी मोहम्मद वाहिद ने कहा कि सैंपल लैब भेजे गए हैं, रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह धमाका किस वजह से हुआ।

आखिर कार का मालिक कौन था?

घटनास्थल पर जो आई-20 ह्युंडई कार थी, वही इस धमाके का केंद्र बनी। हालांकि अब तक यह साफ़ नहीं हुआ है कि यह कार किसकी थी, कहां से आई और कहां जा रही थी। दिल्ली पुलिस ने कार की रजिस्ट्रेशन डिटेल्स खंगाल ली हैं, लेकिन वाहन के मालिक की पहचान को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। जांच एजेंसियां कार के मूवमेंट का भी पता लगा रही हैं।

क्या ये सुनियोजित साजिश

तीसरा सवाल है कि यह अभी भी जांच का सबसे बड़ा विषय है कि धमाका किसी तकनीकी खराबी से हुआ या किसी सुनियोजित साजिश के तहत इसे अंजाम दिया गया। अगर यह साजिश थी तो सवाल उठता है कि इसका टारगेट कौन था। आम लोग, किसी खास समूह या कोई सरकारी प्रतिष्ठान? गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को इन संभावित एंगल्स पर विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।

धमाके का नेटवर्क कहां तक फैला है?

फरीदाबाद में हाल ही में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल और डॉक्टर शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियां इस धमाके के तार उस नेटवर्क से जोड़कर देख रही हैं। यह भी जांच की जा रही है कि क्या दिल्ली धमाका उसी साजिश की कड़ी है या कोई स्वतंत्र आतंकी कार्रवाई। दिल्ली नॉर्थ के डीसीपी राजा बंथिया ने बताया कि धमाके में यूएपीए, एक्सप्लोसिव एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

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फिलहाल जांच एजेंसियां सभी सबूतों का विश्लेषण कर रही हैं और धमाके के हर एंगल पर बारीकी से काम चल रहा है। हालांकि जब तक फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं आती, तब तक यह साफ़ नहीं हो पाएगा कि यह धमाका हादसा था या किसी बड़ी आतंकी साजिश का हिस्सा।

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