
Cyclone Montha : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में बने गहरे दबाव क्षेत्र को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, यह दबाव क्षेत्र सोमवार को चक्रवात मोन्था में बदल सकता है और मंगलवार तक आंध्र प्रदेश के तट के पास पहुँचने की संभावना है। इस चेतावनी के मद्देनजर, दोनों राज्यों में कई सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं।
आंध्र प्रदेश में तटीय जिलों – काकीनाडा, कोनासीमा, पश्चिम गोदावरी, कृष्णा, बापटला, प्रकाशम और नेल्लोर – के लिए सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। हवा की गति 90 से 100 किमी/घंटा तक रहने की संभावना है, जो तट के करीब पहुँचने पर 110 किमी/घंटा तक बढ़ सकती है। इसी के साथ स्कूलों में छुट्टियाँ घोषित की गई हैं, शहरों में खतरनाक होर्डिंग हटाई जा रही हैं, और मछली पकड़ने की गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है।
इन जिलों में सतर्क रहने को कहा गया
ओडिशा में मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, गजपति, गंजम, कंधमाल, नवरंगपुर और कालाहांडी जिलों सहित तटीय क्षेत्रों को सतर्क रहने को कहा गया है। राज्य सरकार ने सभी जिलों में तैयारियों की समीक्षा की है और राहत केंद्रों को तैनात किया गया है। ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRAF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अग्निशमन दल की टीमें मौके पर मौजूद हैं।
आंध्र प्रदेश की गृह एवं आपदा प्रबंधन मंत्री वंगालापुडी अनीता ने कहा कि राज्य प्रशासन ने नागरिकों को मोबाइल अलर्ट और घोषणाओं के माध्यम से चक्रवात के दौरान सुरक्षित रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि कोई अप्रिय घटना न घटे और किसी की जान को खतरा न हो। प्रभावित लोगों को निकटतम राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जाएगा।”
इन जिलों के लिए भी चेतावनी जारी
IMD ने तटीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी और गुंटूर जिलों के लिए भी चेतावनी जारी की है। विभाग ने कहा कि चक्रवात के असर से बचाव के लिए सैटेलाइट फ़ोन और अन्य संचार माध्यम तैनात किए गए हैं।
मौसम विभाग ने चेताया है कि आंध्र प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी तमिलनाडु, केरल और तटीय कर्नाटक में भारी बारिश की संभावना है। यनम, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी 30 अक्टूबर तक बारिश का अनुमान है।
स्थानीय प्रशासन ने शहरों और तटीय क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने की तैयारी शुरू कर दी है। समुद्र तटों को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है और मछुआरों को सुरक्षित रहने के निर्देश दिए गए हैं।



