Pratapgarh police action: जनपद प्रतापगढ़ पुलिस ने न्यायिक प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने और अपराध नियंत्रण के उद्देश्य से पेशेवर एवं फर्जी जमानतदारों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत थाना कोतवाली नगर पुलिस ने 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
बार-बार फर्जी जमानत लेने वालों पर शिकंजा
पुलिस अधीक्षक श्री दीपक भूकर के निर्देशन में यह अभियान चलाया गया, जिसमें उन अभियुक्तों को चिन्हित किया गया जो जमानत पर छूटने के बाद पुनः अपराधों में संलिप्त पाए गए। जांच में यह भी सामने आया कि कई मामलों में एक ही जमानतदार या संपत्ति के आधार पर बार-बार फर्जी जमानत ली गई थी। कुछ अधिवक्ताओं द्वारा ₹2000–₹3000 की राशि लेकर पेशेवर जमानतदारों से जमानत दिलाई जा रही थी।
दो मुकदमे दर्ज, SIT गठित
इस संबंध में थाना कोतवाली नगर में दो मुकदमे दर्ज किए गए:
- मु.अ.सं. 539/2025 धारा 229/233/237/246/318(2)/318(4)/336(3)/340(2) बीएनएस के तहत 33 नामजद अभियुक्तों पर मामला दर्ज।
- मु.अ.सं. 540/2025 धारा 229,233,23,246,318(2),318(4),338,336(3),340(2) बीएनएस के तहत 25 नामजद अभियुक्तों पर मामला दर्ज।
इन मामलों की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है, जो जमानत प्रक्रिया में संलिप्त सभी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची
गिरफ्तार किए गए 11 पेशेवर/फर्जी जमानतदारों में शामिल हैं:
- रत्नाकर सिंह — बेल्हा घाट
- सिकन्दर खान — पटखौली
- बृजेश सिंह — पूरे केशवराय
- कुंजी लाल — पूरे मुस्तफा
- अनुराग यादव — अर्जुनपुर
- मो. सब्बीर — आममऊ ककराह
- जीतलाल — उदईसाह पुर
- अजब नारायन — भोजेमऊ
- इन्दजीत सिंह — ढेरहना
- मूलचन्द्र — ढेरहना
- ताराचन्द — भोजेमऊ
पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे अपनी जमीन के कागजात और पहचान पत्र अधिवक्ताओं को सौंप देते थे, जिनका उपयोग बार-बार जमानत दिलाने में किया जाता था। उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने पांच से अधिक लोगों की जमानत ली, लेकिन न्यायालय में शपथ पत्र में गलत जानकारी दी। यह कार्य उन्होंने पैसे के लालच में किया।
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पुलिस टीम की भूमिका
इस अभियान का नेतृत्व थाना प्रभारी नीरज कुमार यादव ने किया, जिसमें उपनिरीक्षक मो. शमशेर आलम और उनकी टीम—अनुपम त्रिपाठी, अखिलेश प्रताप, तौकिर खान, नागेन्द्र खरवार, कणाद मुनी, नासिर कमाल, रमाकान्त यादव, विकास और आरिफ—ने सक्रिय भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक श्री दीपक भूकर ने कहा कि जमानत प्रक्रिया की पारदर्शिता और न्यायिक व्यवस्था की गरिमा बनाए रखना सर्वोपरि है, और इस तरह के फर्जी कार्यों में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट: उमेश पाण्डेय, जिला संवाददाता, यूनाइटेड भारत, प्रतापगढ़



