New Delhi: भारत को फिर मिली यूपीयू एशिया-प्रशांत डाक संचालन परिषद की जिम्मेदारी

New Delhi: दुबई में आयोजित 28वीं यूपीयू कांग्रेस में भारत को 2025-28 के कार्यकाल के लिए यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) के एशिया-प्रशांत डाक संचालन परिषद और प्रशासन परिषद के लिए फिर से चुना गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत की एक और उपलब्धि। दुबई में आयोजित 28वीं यूपीयू कांग्रेस में हुए चुनावों में भारत को 2025-28 के कार्यकाल के लिए यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) के एशिया-प्रशांत डाक संचालन परिषद और प्रशासन परिषद के लिए फिर से चुना गया है। हम सदस्यों को भारत में उनके समर्थन और विश्वास के लिए धन्यवाद देते हैं। भारत अपने लोगों के लिए अभिनव डाक समाधान प्रदान करने और उन्हें वैश्विक दक्षिण के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इससे पहले संचार मंत्रालय द्वारा घोषणा की गई थी कि संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दुबई में आयोजित 28वें यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उनकी भागीदारी डाक क्षेत्र में नवाचार, वित्तीय समावेशन और वैश्विक सहयोग पर भारत के एजेंडे को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है, एक ऐसा प्रयास जिसे अब यूपीयू के शासी निकायों में देश के सफल पुनर्निर्वाचन से बल मिला है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के दौरान एक मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने एक आधुनिक, विश्वसनीय और समावेशी डाक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। इस संबोधन में डाक सेवाओं को बेहतर बनाने और वैश्विक स्तर पर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत की विशेषज्ञता साझा करने, संभावित साझेदारियों की तलाश करने और डाक क्षेत्र में नवीन समाधानों को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए 192 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की। भारत की भागीदारी का एक प्रमुख आकर्षण अभूतपूर्व यूपीआई-यूपीयू एकीकरण परियोजना का प्रत्याशित शुभारंभ है।

New Delhi: also read- Sonbhadra news: रेनुसागर में रामलीला मंचन 22 सितम्बर से प्रारम्भ होगा

यूपीआई-यूपीयू एकीकरण परियोजना भारत में सीमा पार प्रेषण में क्रांति लाने की एक परिवर्तनकारी पहल का प्रतिनिधित्व करती है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि डाक विभाग (डीओपी), एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और यूपीयू के नेतृत्व में इस सहयोग का उद्देश्य भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) को यूपीयू इंटरकनेक्शन प्लेटफॉर्म (आईपी) के साथ निर्बाध रूप से एकीकृत करना है।

(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

Show More

Related Articles

Back to top button