
UP News-जन्माष्टमी का पर्व शुक्रवार को जिलेभर में परंपरागत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सिविल लाइन स्थित श्री बाला जी मंदिर में आयोजित जन्माष्टमी महोत्सव में देर रात तक भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन चलते रहे।
मंदिर परिसर को फूलों और झालरों से सजाया गया था। शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। भजन मंडलियों ने लगातार भजन प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। ढोलक और मंजीरे की थाप पर भक्त देर रात तक झूमते रहे।
जन्माष्टमी के अवसर पर आकर्षक झांकियां सजाई गईं। रासलीला के मंचन ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का चित्रण देख श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो उठे।
रात ठीक बारह बजे जन्मोत्सव की परंपरा निभाई गई। मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जयकारों के बीच भगवान कृष्ण के दर्शन किए। इसके बाद आरती संपन्न हुई और प्रसाद वितरण किया गया।
महंत ने बताया महत्व
मंदिर के महंत गोपाल कृष्ण त्रिपाठी ने कहा कि जन्माष्टमी का पर्व केवल उत्सव ही नहीं, बल्कि जीवन में धर्म, नीति और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने उपदेशों और लीलाओं से समाज को धर्म की रक्षा और अधर्म के विनाश का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस पर्व के आयोजन से नई पीढ़ी को भी श्रीकृष्ण के आदर्शों से जुड़ने का अवसर मिलता है।
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