
Sambhal Violence Case: संभल स्थित शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में आरोपी समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। उन्होंने संभल की स्पेशल कोर्ट (एमपी/एमएलए)/सिविल जज सीनियर डिवीजन में उनके खिलाफ चल रही आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने की मांग की है।
यह मामला 24 नवंबर 2024 की उस घटना से जुड़ा है, जब मस्जिद परिसर में सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस सिलसिले में एसआई दीपक राठी ने कोतवाली थाना, संभल में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें सांसद बर्क के साथ-साथ सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल और सैकड़ों अन्य लोगों को नामजद किया गया था। एफआईआर में दंगा भड़काने समेत गंभीर धाराओं में आरोप लगाए गए हैं।
अपनी याचिका में सांसद बर्क ने 12 जून 2025 को दाखिल की गई चार्जशीट और 18 जून 2025 को संभल की अदालत द्वारा पारित संज्ञान आदेश को चुनौती दी है। उन्होंने हाईकोर्ट से यह भी अनुरोध किया है कि जब तक इस याचिका पर निर्णय नहीं हो जाता, तब तक निचली अदालत में उनके विरुद्ध चल रही आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगाई जाए।
याचिका में राज्य सरकार और जांच अधिकारी दीपक राठी को प्रतिवादी बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि इसी मामले में नामजद नहीं होने के बावजूद शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली को 23 मार्च 2025 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में, 24 जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दे दी थी।
रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज