
Prayagraj News- प्रयागराज के अरैल में स्थित नगर निगम की राधा उपवन गौशाला कांजी हाउस में गौवंश की स्थिति बेहद दयनीय है। शिकायतकर्ता कृष्णा श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि गौशाला में गौवंश को उचित इलाज और देखभाल नहीं मिल रही है, जिससे उनकी जान जोखिम में है।शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उन्होंने गौशाला का दौरा किया, तो उन्होंने देखा कि गौवंश की स्थिति बहुत खराब है। किसी जानवर के शरीर में पट्टी बंधी थी, तो किसी के पैर में हड्डी दिख रही थी। किसी के कीड़े पड़े थे, तो कोई मल मूत्र में फंसा हुआ था। यह देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।शिकायतकर्ता कृष्णा श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि गौशाला के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं।
चिकित्सक और मुंशी दोनों की गठजोड़ के चलते गौशाला की चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 13 जुलाई को अल्लापुर में एक गौमाता की सूचना प्राप्त की थी, जिसे 14 जुलाई को बेहतर इलाज और पोषण के लिए नगर निगम के कैटल कैचर से उठवाया गया था। लेकिन जब उन्होंने 18 जुलाई को गौशाला का दौरा किया, तो उन्हें पता चला कि गौमाता की मौत हो गई है।शिकायतकर्ता ने गौशाला के कर्मचारियों और देखरेख करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो गौशाला में और भी गौवंश की जान जा सकती है।पशु कल्याण विभाग ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए गौशाला के मुंशी नारायण श्रीवास्तव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें उनसे 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। अब देखना यह है कि पशु कल्याण विभाग की इस कार्रवाई के बाद गौशाला की स्थिति में सुधार होता है या नहीं।
रिपोर्ट: राजेश मिश्रा प्रयागराज