
Prayagraj News- चौबीस दिन से एसडीएम के खिलाफ वकीलों की चल रही हड़ताल पच्चीसवें दिन आमरण अनशन और भूख हड़ताल में बदलगयी तहसील कोराव में एसडीएम आकांक्षा सिंह के मनमानी रवैए और उनके कार्यप्रणाली को लेकर चल रही अधिवक्ताओं की चौबीस दिन से हड़ताल पच्चीसवें दिन आमरण अनशन और भूख हड़ताल का रूप ले लिया है फिर भी जिला प्रशासन पूरी तरह ख़ोमाश है।
बता दें कि एसडीएम आकांक्षा सिंह के विरुद्ध चल रही अधिवक्ताओं की चौबीस दिन से लगातार हड़ताल बृहस्पतिवार को पच्चीसवें दिन आमरण अनशन और भूख हड़ताल में बदल गई जिसके बाबत सोमवार को ज्ञापन के माध्यम से अधिवक्ताओं ने सूबे के मुखिया और जिलाधिकारी को चेताया था कि यदि बुधवार तक ऐएसडीएम का ट्रांसफर नहीं हुआ तो बृहस्पतिवार से जहा लामबंद अधिवक्ता आमरण अनशन पर बैठेंगे वहीं बार के पूर्व उपाध्यक्ष श्यामाकांत त्रिपाठी उर्फ बब्बन बागी भूख हड़ताल करेंगे बावजूद इसके आलाधिकारियों की कुंभ निद्रा न टूटना तहसील कोराव के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण साबित हो रहा है बृहस्पतिवार को साथी अधिवक्ताओं के साथ आमरण अनशन पर बैठे पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार तिवारी ने कहा कि अब ये हड़ताल आमरण अनशन का रूप ले लिया है जो एसडीएम के ट्रांसफर तक जारी रहेगी देखने वाली बात होगी जिला प्रशासन उपजिलाधिकारी आकांक्षा सिंह का ट्रांसफर करता है या फिर अधिवक्ताओं की यह हड़ताल और उग्र रूप लेती है इस दौरान पूर्व मंत्री विंध्यवासिनी प्रसाद शुक्ला, श्याम सुन्दर तिवारी, शिव कुमार प्रजापति, कौशलेश तिवारी महाकाल, श्यामाकांत त्रिपाठी,रावेंद्र मिश्रा, अनूप मिश्रा, वेद प्रकाश प्रजाप्रति, रोहित पाण्डेय मणि शंकर शर्मा, भास्कर यादव, ब्रह्म शंकर तिवारी,कौशलेश तिवारी, श्याम मिश्रा, विद्यानंद वर्मा, अरुण कुमार, कन्हैया लाल, अंकेश मिश्रा, आत्मा सिंह, लवकुश आदि अधिवक्ता मौजूद रहे|
भूख हड़ताल पर बैठे श्यामाकांत त्रिपाठी की हालत बिगड़ी नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग टीम
कोराव (प्रयागराज )तहसील कोराव में एसडीएम आकांक्षा सिंह के स्थानांतरण को लेकर चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल में भूख हड़ताल पर बैठे बार एसोशिएशन तहसील कोराव के पूर्व उपाध्यक्ष श्यामाकांत त्रिपाठी उर्फ बब्बन बागी की तबीयत अचानक बिगड़ गई जबकि पूरे मामले में सीएचसी अधिक्षक बीके सिंह को सुबह सूचना दी गई थी बावजूद इसके स्वास्थ विभाग का कोई भी जिम्मेदार सुबह से लेकर अभी तक तहसील परिसर में मौके पर नहीं पहुंच सका देखने वाली बात होगी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग का महकमा कहा तक आमरण अनशन और भूख हड़ताल पर बैठे अधिवक्ताओं के साथ कितना सहयोग रहता है