
Dogs Bark-कुत्तों का भौंकना सामान्य व्यवहार है, लेकिन रात के समय जब सब कुछ शांत होता है, तब उनका अचानक भौंकना कई बार लोगों को चौंका देता है और नींद में खलल भी डालता है। क्या आपने कभी सोचा है कि कुत्ते रात में ही ज्यादा क्यों भौंकते हैं? इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं – जैविक, सामाजिक और पर्यावरणीय।
आइए जानते हैं विस्तार से-
1. तेज सुनने की शक्ति
कुत्तों की सुनने की शक्ति इंसानों से कई गुना तेज होती है। रात में वातावरण शांत होता है, जिससे दूर की आवाज़ें, जैसे किसी जानवर की चाल, पत्तों की सरसराहट या कोई हलकी आहट भी उन्हें सुनाई देती है। ऐसे में वे सतर्क होकर भौंकते हैं।
2. आसपास किसी अनजान की मौजूदगी
कुत्ते बहुत संवेदनशील प्राणी होते हैं। अगर उनके इलाके में कोई अनजान व्यक्ति या जानवर (जैसे बिल्ली, नेवला, सियार) घूम रहा हो, तो वे चेतावनी देने के लिए या सुरक्षा के भाव से भौंकते हैं।
3. सामाजिक संवाद
कई बार एक कुत्ता भौंकता है और उसकी आवाज़ दूसरे कुत्तों तक पहुँचती है, जिससे वे भी प्रतिक्रिया में भौंकने लगते हैं। यह एक तरह का संवाद भी होता है — जैसे “मैं यहां हूं” या “सावधान रहो” जैसी चेतावनी।
4. ऊब और अकेलापन
अगर कोई कुत्ता अकेला है या उसे पर्याप्त ध्यान नहीं मिला है, तो वह ऊब या बेचैनी के कारण भी भौंक सकता है, खासकर रात में जब हर कोई सो रहा हो और उसे कोई साथ नहीं मिल रहा होता।
5. प्राकृतिक प्रवृत्ति
कुत्ते शिकारी जानवरों की श्रेणी में आते हैं, जिनकी सक्रियता रात में अधिक होती है। उनकी यह प्रवृत्ति अब भी उनमें बनी हुई है, जिससे वे रात के समय ज्यादा सतर्क और सक्रिय रहते हैं।