
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश एटीएस की गिरफ्त में आए अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के आतंकी बिलाल खान की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसियों के अनुसार, बिलाल करीब 4000 पाकिस्तानी मोबाइल नंबरों से जुड़ा हुआ था और अपने AQIS हैंडलरों के लगातार संपर्क में रहता था।
एटीएस की रिपोर्ट के मुताबिक, बिलाल भारत में हिंसात्मक जिहाद फैलाकर शरिया कानून लागू करने की साजिश रच रहा था। उसे सितंबर में सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।
ओसामा और आसिम उमर से प्रेरित
जांच में यह भी सामने आया कि बिलाल, अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन और उसके उत्तराधिकारी अयमान अल जवाहिरी से गहराई से प्रभावित था। वह AQIS के पहले प्रमुख आसिम उमर संभली का कट्टर समर्थक था और सोशल मीडिया पर उसके जिहादी भाषणों को फैलाता था। आसिम उमर मूल रूप से संभल, उत्तर प्रदेश का निवासी था।
सोशल मीडिया पर सक्रिय आतंकी प्रचार
बिलाल सोशल मीडिया के जरिए हजारों पाकिस्तानी यूजर्स से जुड़ा था और कई देशविरोधी ऑनलाइन ग्रुपों में सक्रिय था। एटीएस के मुताबिक, वह भारत की संवैधानिक व्यवस्था को खत्म कर शरिया कानून लागू करने की मुहिम चला रहा था।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी बिलाल ने मारे गए आतंकियों को शहीद बताया था और भारतीय सेना के खिलाफ वीडियो शेयर किए थे। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पाकिस्तानी सेना और कश्मीर अलगाव को बढ़ावा देने वाली पोस्टें मिली हैं।
AQIS नेटवर्क पर नई जानकारी
एटीएस का कहना है कि बिलाल ने अपने पाकिस्तानी AQIS हैंडलर के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी। उसके चैट ग्रुप्स में आसिम उमर के भाषण साझा किए जाते थे, जिनमें युवाओं को जिहाद के लिए उकसाया जाता था।
यह भी पढ़ें – ‘अवैध परमाणु गतिविधियां पाकिस्तान के इतिहास का हिस्सा’, भारत ने ट्रंप की टिप्पणी पर दी प्रतिक्रिया
अब एटीएस की पूछताछ में AQIS नेटवर्क के कई और संदिग्ध संपर्कों और ठिकानों के सुराग मिलने की उम्मीद है। एजेंसियां बिलाल के डिजिटल डेटा और संपर्कों की विस्तृत जांच में जुटी हैं।



